सन्त एलीज़ाबेथ एन सीटन अमरीकी मूल की पहली सन्त
हैं। एलीज़ाबेथ का जन्म अमरीका के बालटीमोर में, 28 अगस्त सन् 1774 ई. को, हुआ था। वे
एक पत्नी, पाँच सन्तानों की माता, विधवा, अध्यापिका तथा प्रथम अमरीकी धर्मसंघ की संस्थापिका
थीं। उन्होंने धर्मबहनों के लिये "सिस्टर्स ऑफ चैरिटी" धर्मसंघ स्थापना की थी।
पवित्र
कुँवारी मरियम की जीवनी से प्रभावित एलीज़ाबेथ ने तीस वर्ष का आयु में काथलिक धर्म का
आलिंगन कर लिया था। 46 वर्ष की आयु में 04 जनवरी सन् 1821 ई. को एलीज़ाबेथ सीटन का निधन
हो गया था। उनके वीरोचित गुणों का बखान करते हुए सन् 1963 ई. में सन्त पापा जॉन 23 वें
ने उन्हें धन्य घोषित किया था तथा, 14 सितम्बर, सन् 1975 ई. को, सन्त पापा पौल षष्टम
ने एलीज़ाबेथ सीटन को सन्त घोषित कर वेदी का सम्मान प्रदान किया था। काथलिक स्कूलों की
संरक्षिका सन्त एलीज़ाबेथ सीटन का पर्व 04 जनवरी को मनाया जाता है।
चिन्तनः
प्रभु ईश्वर में अपने विश्वास को सुदृढ़ कर हम जीवन की जंग जीतें।