12 मुस्लिम छात्रों ने मिस्सा - पूजा में हिस्सा लिया
जकार्ता, 29 दिसंबर, 2012 (एशियान्यूज़) इंडोनेशिया के जकार्ता सेमारंग इस्लामिक स्टेट
युनिवर्सिटी के 12 छात्रों ने कट्टरवारदी इस्लामिक नेताओं की चेतावनी की बावजूद ख्रीस्तमस
के संत जेवियर चर्च में आयोजित मिस्सा-पूजा में हिस्सा लिया।
इस संबंध में जानकारी
देते हुए फादर अलोइसियुस बुदी पुरनोमा ने कहा कि ख्रीस्त जयन्ती के लिये आयोजित मिस्सा
पूजा में 12 मुस्लिम छात्रों का सम्मिलित होना उनकी व्यक्तिगत दृढ़ इच्छा का परिचायक
है।
उन्होंने कहा कि मिस्सा पूजा में सम्मिलित होने के पूर्व छात्रों ने फादर
से इसकी अनुमति माँगते हुए कहा कि यूखरिस्तीय समारोह में सम्मिलित होना ईसाइयों के प्रति
उनके सौहार्दपूर्ण रिश्ते का साक्ष्य था।
फादर बुदी ने कहा कि कई बार मुस्लिम
को गिरजाघर आते देखा गया है पर इससे भय भी उत्पन्न हो जाता है पर इन 12 मुस्लिम छात्र
उनसे भिन्न थे और उनकी ख्रीस्त जन्मपर्व की विधि में शामिल होना उनके भ्रातृत्व का परिचायक
था। छात्रों की उपस्थिति को ईसाइयों ने तालियों की गड़गड़ाहट से सराहा।
मुस्कित
नामक छात्र ने कहा कि वह चाहता है कि एक मुस्लिम के रूप में मेरा यह दायित्व है कि मैं
सहिष्णुता और सहअस्तित्व के भाव को बढ़ावा दूँ। मालूम हो कि प्रत्येक वर्ष नहदलातुल
उलामा नामक मुस्लिमों के एक नरमवादी संगठन ईसाइयों का त्योहार के शांति पूर्ण समापन के
लिये करीब 20 हज़ार सुरक्षा दल तैयार कता है जो सराहनीय है। इस दल का कार्य है विभिन्न
धार्मिक स्थलों की सुरक्षा।