वाटिकन सिटी, 17 दिसंबर, 2012 (न्यूज़.वीए) वाटिकन प्रवक्ता जेस्विट फादर फेदेरिको लोमबारदी
ने कहा कि संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने विश्व शांति दिवस 2013 के महत्वपूर्ण संदेश
को स्थानीय इताली समाचार पत्रों ने आंशिक महत्व दिया या तो इसे ग़लत ढंग से प्रस्तुत
किया है। संत पापा ने शांति संदेश में नर और नारी के वैवाहिक संबंध को एक विशिष्ट
संबंध के रूप में प्रस्तुत करते हैं और कहते हैं कि ऐसे मेल को विवेक द्वारा पहचाना जा
सकता है। संत पापा ने कहा कि अगर हम चाहते हैं कि शांति की स्थापना मजबूत नींव पर
हो और इससे एक दूरदर्शी मानव समाज का निर्माण हो तो हमें चाहिये कि हम विवाह व्यवस्था
की रक्षा करें। जेस्विट फादर लोमबारदी ने उक्त बातें उस समय कहीं जब उन्होंने वाटिकन
टेलेविज़न के साप्ताहिक कार्यक्रम ‘ऑक्तावा दियेस’ में संत पापा द्वारा दिये शांति संदेश
को स्थानीय मीडिया द्वारा ग़लत तरीके से प्रस्तुत करने पर अपनी टिप्पणी की। उन्होंने
कहा,"विभिन्न चुनौतियों और प्रहारों के बावजूद कलीसिया विवाह की रक्षा के बारे में बोलते
हुए कभी नहीं थकती है। इसलिये संत पापा के विवाह संबंधी विचारों पर स्थानीय मीडिया की
टिप्पणी एक शोर है, विवेक नहीं। इस प्रकार की प्रतिक्रिया संत पापा के संदेश के विभिन्न
महत्वपूर्ण पक्षों को धूमिल करने का प्रयास करता है।" फादर लोमबारदी ने कहा कि संत
पापा ने जिन अन्य बातों पर बल दिये हैं उनमें विकास के मॉडलों में परिवर्तन और खाद्य
समस्या प्रमुख हैं।
संत पापा का मानना है कि श्रम का अधिकार मानव मर्यादा के अति
महत्वपूर्ण है और इसलिये राष्ट्रों को चाहिये कि वे अपने विकास की रूपरेखा में भ्रातृत्व
और सहायता के सिद्धांत तथा उदारता का भाव को शामिल करें। ऐसा करने से ही आर्थिक, सामाजिक
और राजनीतिक जीवन इस तरह से व्यवस्थित होंगे कि मानव का सच्चा कल्याण हो पायेगा।
संत
पापा ने कहा कि भूख की समस्या आर्थिक समस्या से अधिक गंभीर है। वाटिकन प्रवक्ता ने लोगों
से अपील की है कि वे संत पापा के विश्व शांति संदेश को पूर्णरूपेण तटस्थ भाव से पढ़ें।