2012-12-15 12:31:01

‘क्रिसमस ट्री’ ईश्वरीय प्रकाश का चिह्न


वाटिकन सिटी, 15 दिसंबर, 2012(वीआर, अंग्रेज़ी) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा, ‘क्रिसमस ट्री’ ईश्वरीय प्रकाश के चिह्न है जो बुझाने का प्रयास करने के बावजूद चमकते रहता है।"

संत पापा ने उक्त बात उस समय कही जब उन्होंने शुक्रवार 14 दिसंबर को इटली के मोलिसे प्रांत के पेसकोपेरनतारो से आये प्रतिनिधिमंडल से मुलाक़ात की जिन्होंने इस वर्ष संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में स्थापित किये गये ‘क्रिसमस ट्री’ का दान किया।

विदित हो कि परंपरा के अनुसार एक सप्ताह पूर्व संत पीटर स्केवेयर में स्थापित ‘क्रिसमस ट्री’ का प्रज्वलन ख्रीस्त जयन्ती के करीब कर दिया जाता है।

इस वर्ष मारियो नामक एक नन्हे बालक ने स्विच दबाकर दीपों को जलाया। दीपक जलाने के पूर्व क्रिसमस कैरोल (येसु के जन्मसंबंधी गीत) गाये गये और सुसमाचार पाठ पढ़े गये।

‘क्रिसमस ट्री’ में दीप जलाये जाने के समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए संत पापा ने मोलिसे प्रांत के प्रतिनिधिमंडल को उनके अन्य आठ छोटे पौधों के लिये भी धन्यवाद दिया। इन आठ अन्य पौधों को प्रेरितिक प्रासाद और वाटिकन सिटी के अन्य महत्वपूर्ण स्थलों में स्थापित किये जायेंगे।

संत पापा ने कहा, " जब आप इतिहास से ईश्वर का नाम हटाने का प्रयास करते हैं तो तब बहुत ही अच्छे और अर्थपूर्ण शब्द भी अर्थ खो देते हैं। उदाहरण के लिये ‘स्वतंत्रता’, ‘सार्वजनिक हित’, ‘न्याय’ जैसे शब्द बिना ईश्वर के, सत्य और नागरिक ज़िम्मेदारी से अपना संबंध खोने लगते हैं।"

उन्होंने कहा, "ईश्वर ने मानव बन कर हमारे बीच निवास किया ताकि वह पाप की दासता से हमें बचाये और मानव को दिव्य जीवन प्रदान करे।"

‘क्रिसमस ट्री’ का दीप सदियों की यात्रा में कभी भी कमजोर नहीं हुआ पर ठीक इसके विपरीत जो भी इस दुनिया में आये उन्हें प्रकाशित किया विशेष करके उन्हें जिन्होंने अनिश्चितता और कठिनाइयों का सामना किया।

येसु मसीह ने खुद ही कहा कि वे दुनिया की ज्योति हैं और जो मुझमें चलता है वह अंधकार में नहीं भटकेगा। वे कभी भी कमजोर नहीं हुए पर ठीक इसके विपरीत जो भी दुनिया के लोगों को प्रकाशित किया विशेष करके उन्हें जिन्होंने अनिश्चितता और कठिनाइयों का सामना किया। येसु मसीह ने खुद ही कहा, "मैं दुनिया की ज्योति हैं और जो मुझमें चलता है वह अंधकार में नहीं भटकेगा।"









All the contents on this site are copyrighted ©.