मनीला, 14 दिसंबर, 2012 (एशियान्यूज़) मनीला के महाधर्माध्यक्ष और लुईस अंतोनियो कार्डिनल
तागले ने कहा, "फिलीपींस की पार्लियामेंट में प्रजनन स्वास्थ्य विधेयक (रिप्रोडक्टिव
हेल्थ बिल) को स्वीकृति मिल जाना काथलिकों की हार नहीं हैं अब काथलिक इस बात का दोगुना
प्रयास करेंगे कि वे पारिवारिक मूल्यों और जीवन की पवित्रता का साक्ष्य दे सकें।"
कार्डिनल
तागले ने कहा उक्त बात उस समय कही जब उन्होंने फिलीपीन्स के हाउस ऑफ रिप्रेजेनटेटिव्स
ने रिप्रोडक्टिव हेल्थ बिल को हरी झंडी दे दी। विदित हो कि अगले सप्ताह प्रजनन स्वास्थ्य
बिल को सीनेट में पारित किया जाना है।
ज्ञात हो, आर्थिक विकास और सुरक्षित यौन
संबंध के नाम पर परिवार में सिर्फ़ दो संतान होगी। इस विवादित बिल के सीनेट में पारित
होने से सरकार निरोधको, गर्भपात की गोलियाँ और स्वैच्छिक नसबंदी को बढ़ावा देगी।
मनीला
के महाधर्माध्यक्ष तागले ने बिल के पक्ष में वोट दिये जाने को ‘दुःखद’ कहा है और लोगों
से अपील की है कि वे एकता बनाये रखें। उन्होंने कहा कि कलीसिया हार नहीं मानेगी और प्रस्तावित
विधेयक का विरोध अंतिम तक करेगी।
कार्डिनल तागले ने कहा कि भविष्य में ख्रीस्तीय
समुदाय एक होकर ‘मानव जीवन और मानव की पवित्रता के लिये कार्य करेगी, युवा की समुचित
शिक्षा, गरीबों के लिये सामाजिक एवं स्वास्थ्य संबंधी सेवा, विवाह के सच्चे अर्थ की संरक्षा
और सृष्टि की सुरक्षा के लिये समर्पित होगी। कार्डिनल ने कानून निर्माताओं, स्वयंसेवी
संगठनों और आमलोगों की तारीफ़ यह कहते हुए की उन्होंने पूरी प्रक्रिया में बड़े मेहनत
कर विभिन्न तरीकों से सार्वजनिक हित के लिये खामियों को बेनकाब करने आम जनता के अंतःकरण
को जागृत करने का प्रयास किया है। मालूम हो कि प्रजनन स्वास्थ्य विधेयक हाउस ऑफ रिप्रेजेनटेटिव
में पास किया जा चुका है। विधेयक अब भी गर्भपात की अनुमति नहीं देता है पर परिवार नियोजन
को बढ़ावा देता है और इस बात का पक्षधर है कि दम्पति दो से अधिक संतान नहीं करने का निर्णय
कर सकते है। ज्ञात हो कि अंतरराष्ट्रीय संगठन ‘यूनीसेफ’ने भी गरीबी को जन्म दर से
जोड़ा है और नये विधेयक का समर्थन किया है। इसका परिणाम होगा कि जो देश इस विचार से सहमत
नहीं हैं वे मानव कल्याणकारी सहायता से वंचित होंगे।