वाटिकन सिटी, 3 दिसंबर, 2012 (सेदोक, वीआर) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने 3 दिसंबर,
सोमवार को इंगलिश कॉलेज के विद्यार्थियों और स्टाफ के सदस्यों से वाटिकन के प्रेरितिक
प्रासाद में मुलाक़ात की। संत पापा ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा, "आपका सर्व प्रथम
कर्तव्य है ईसा मसीह को जानना। इसके लिये ज़रूरी है प्रतिदिन पवित्र साक्रमेंत के सम्मुख
प्रार्थना करना, ईशवचन को सुनना और अपने ह्रदय को ह्रदय से बात का अवसर प्रदान करना।"
उन्होंने कहा कि धन्य जोन हेनरी न्यूमन कहा करते थे, "संत योहन के सुसमाचार के पहले
दो अध्याय में दो चेलों के बारे में चर्चा की गयी है। वे दोनों चेले जानना चाहते थे कि
येसु कहाँ रहते हैं और येसु ने उन्हें कहा ‘आओ और देखो’। येसु ने आपको अपना मित्र बनाया
है और आज आमंत्रित करता है कि आप दुनिया में मुक्ति लायें।"
संत पापा ने कहा
कि इंगलिश कॉलेज का आदर्श वाक्य ‘येसु मसीह का दुनिया मे ज्योति लाने और उसका सेवक बन
कर अपने मिशन क्षेत्र में विश्वास की ज्योति जलाने’ का आह्वान करता है। बाईबल में
‘आग’ का अर्थ है ईश्वर की उपस्थिति, चाहे यह झाड़ी की आग हो जहाँ ईश्वर ने अपने को मूसा
को प्रकट किया, स्तंभ की आग हो जिसने इस्रायलियों को दासता से मुक्ति प्रदान की या पेन्तेकोस्त
की आग जिसने प्रेरितों को पवित्र आत्मा की शक्ति से भर दिया ताकि वे सुसमाचार का प्रचार
कर सकें। संत पापा ने कहा कि इंगलैंड और वेल्स के शहीदों के समान आपके ह्रदय में ख्र्रीस्त,
कलीसिया और लोगों के प्रेम की आग धधके। संत पापा ने कहा कि जब उन्होंने यूनाइटेड
किंगडम का दौरा किया था तब उन्होंने देखा कि लोगो में आध्यात्मिक भूख है। आपका दायित्व
है कि आप उनकी भूख मिटायें जो येसु को जानने, प्यार करने और सेवा करने से प्राप्त होती
है।