2012-11-28 17:02:48

बुधवार 28 नवम्बर 2012


वाटिकन रेडियो हिन्दी सेवा परिवार के तमाम सदस्यों को मेरा यानि अनिल ताम्रकार का प्यार भरा नमस्कार। आपके प्रसारण की बात की जाये तो यहाँ का प्रसारण श्रोताओं की जान है। कहें तो यहाँ के प्रसारण में आध्यात्मिक बातों के अलावा मनोरंजन का भी समावेश होता है। इसलिए यह प्रसारण श्रोताओं के दृष्टिकोण में एक अलग पहचान बनाता जा रहा है। खासकर आवाज के जादूगर अपनी तिलिस्मी तरन्नुम से कार्यक्रम को प्रस्तुत कर जिस शिद्दत से पढ़ते हैं वह कार्यक्रम की लोकप्रियता में चार चाँद लगाता है। प्रोग्राम के ऐसे प्रस्तुतकर्ताओं को जिला रेडियो श्रोता संघ के सभी सदस्यों की ओर से हार्दिक बधाई।
इस पत्र के माध्यम से मैं आपको जानकारी देना चाहता हूँ कि एक लम्बे अंतराल के बाद वाटिकन रेडियो परिवार की ओर से प्रेषित डाक सामग्री मिली। वाटिकन भारती पत्रिका का सम्पादन और प्रकाशन जिस अंदाज में किया गया वह मुझे अच्छा लगा। यह पत्रिका श्रओताओं के लिए राहनुमा बनकर मील का पत्थर साबित होगी।
पत्रिका के लिए कुछेक पंक्तियाँ प्रेषित कर रहा हूँ- माना कि सारे जहाँ को गुलशन नहीं बना सके हम, मगर जहाँ से भी गुजरे, कुछ कांटे तो कम कर सके हम।
अनिल ताम्रकार अध्यक्ष, जिला रेडियो श्रोता संघ शिवाजी चौक कटनी मध्यप्रदेश

प्रभु येसु के नाम में नमस्कार। मैं वाटिकन रेडियो की हिन्दी सेवा का नियमित श्रोता हूँ। पवित्र धर्मग्रंथ बाइबिल, समसामयिक लोकोपकारी चर्चा हमें काफी ज्ञानवर्द्धक लगते हैं। येसु द्वारा दिये गये मुक्ति संदेश हमारे जीवन का मार्गदर्शन कराता है। श्रोताओं के पत्रों में आप ई मेल से लिखे पत्रों को स्थान देते हैं। मेरे जैसे ग्रामीण श्रोता का दिल टूट जाता है। जुलाई माह में अपोलो रेडियो लिस्नर्स क्लब ने एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया था जिसमें शोर्टवेब प्रसारणों पर समीक्षा की गयी। विश्व में सर्वश्रेष्ठ रेडियो के रूप में वाटिकन रेडियो को मान्यता दी गयी। सच में वाटिकन रेडियो के प्रसारण से हम श्रोतागण आत्मिक ज्ञान, प्रेरणा और सूक्षम दान प्राप्त करते हैं। आज उत्तर भारत के गाँवों में बड़े स्नेह और प्यार से वाटिकन रेडियो कार्यक्रम सुने जाते हैं। आपलोग श्रोता सभा रांची में करें।
दीपक कुमार दास अपोलो रेडियो लिस्नर्स क्लब ढोली सकरा मुजफ्फरपुर बिहार

वाटिकन रेडियो के प्रसारणों का मैं 40 साल पुराना श्रोता हूँ। मुझे यहाँ से आत्मिक ज्ञान की ढेर सारी जानकारी प्राप्त होती है। विश्व समाचार भी अतिप्रिय लगता है। वाटिकन रेडियो से संत पापा बेनेडिक्ट का संदेश सुनने को मिल जाता है। आप का रेडियो प्रसारण बड़े काम का है तथा प्रतिदिन इसे सुनना हमारी आदत बन गयी है। कभी कभी प्रसारण में व्यवधान आ जाने से मैं प्रसारण नहीं सुन पाता हूँ। वाटिकन रेडियो की पत्रिका वाटिकन भारती हमारे क्लब में बराबर आ रही है। संत पापा की 85 वीं सालगिरह पर रिपोर्ट प्यारी लगी। उन्हें हमारी ओर से ढेर सारी शुभकामनाएँ। कृपया कविताएं हर अंक में शामिल करें। दीवाली और क्रिसमस के अवसर पर मैं आपको दो कविता भेज रहा हूँ।
बद्री प्रसाद वर्मा अंजान स्वर्गीय मीनू रेडियो श्रोता संघ गल्लामंडी गोरखपुर उत्तरप्रदेश

हम प्रातः 6 बजकर 10 मिनट पर वाटिकन रेडियो का हिन्दी प्रसारण नियमित सुनते हैं। हम आपसे माफी चाहते हैं क्योंकि प्रतिदिन कार्यक्रम सुनने के बावजूद हमने आपको पत्र नहीं लिखा। इसका कारण था कि हमारे पास पोस्ट कार्य समाप्त हो गये थे। हमने आज ही पोस्ट कार्ड खरीदा और आपको पत्र भेजा है। पिछले कुछ प्रसारणों में विशेष रूप से उड़ीसा में धर्मबंधुओं पर हमले के समाचार दुःखदायी थे। बार बार धर्म के नाम पर दोष देकर सज्जनों को प्रताड़ित करना अपार कलंक की बात है। उड़ीसा के फादर लुईस टेटे के जीवन से संबंधित कार्यक्रम अच्छा लगा। उनको सह्दय धन्यवाद।
हाबिल और देवनिस मिंज झारबेड़ा कंसबहाल सुंदरगढ़ उड़ीसा



आपने मुझे इंटरव्यू देने का मौका दिया इसके लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूँ। यह मेरे लिए महान तथा न भूलनेवाला अनुभव है क्योंकि मैंने कदापि नहीं सोचा था कि मुझे जीवन में कभी रेडियो में इंटरव्यू देने का अवसर मिलेगा। अंततः यह इंटरव्यू देना मेरे लिए सुंदर अनुभव रहा। मैंने इटली में मिले अनुभवों तथा अन्य विचारों को श्रोताओं के सामने रखा। वस्तुतः मैंने हमेशा चाहा कि अपने विचारों और अनुभवों को लोगों के सामने रखूँ तथा अब मैं अन्य अवसरों की प्रतीक्षा कर रहा हूँ। मुझे खुशी होगी कि भविष्य में भी मैं वाटिकन रेडियो के माध्यम से अपने विचारों और अनुभवों को लोगों तक पहुँचा सकूँ।
मनीष लकड़ा गाजियाबाद नई दिल्ली ( ई मेल 15 नवम्बर)







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