देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें का संदेश
वाटिकन सिटी 26 नवम्बर 2012 (सेदोक जेनिथ) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने रविवार 25
नवम्बर को संत पेत्रुस बासिलिका के प्रांगण में देश विदेश से आये हजारों तीर्थयात्रियों
और पर्यटकों को देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व इताली भाषा में सम्बोधित
करते हुए कहा-
मेरे अतिप्रिय भाईयो और बहनो,
आज कलीसिया, ब्रह्मांड के
प्रभु, राजा ख्रीस्त का महोत्सव मनाती है। यह समारोह पूजनधर्मविधि वर्ष के अंत में आता
है तथा येसु के रहस्य का सार प्रस्तुत करता है जो मृतकों में सबसे पहले जी उठनेवाले तथा
संसार की सब शक्तियों के शासक हैं। जिसने सब कुछ उसके अधीन कर दिया और इस प्रकार ईश्वर
सब पर पूर्ण शासन करेगा। येरूसालेम के संत सिरिल कहते हैं- हम न केवल ईश्वर के प्रथम
आगमन की उदघोषणा करते हैं लेकिन उनके दूसरे बार आने की भी जो पहले की अपेक्षा कहीं अधिक
सुन्दर है।
पहला वस्तुतः पीड़ा का प्रदर्शन था लेकिन दूसरा दिव्य राजत्व से सुशोभित,
पहले में उसे क्रूस के अपमान से होकर गुजरना पडा लेकिन दूसरे में उसके चारों ओर स्वर्गदूतों
की मंडली जो उनका महिमा गान कर रही है। येसु का सम्पूर्ण मिशन और उनके संदेश की विषयवस्तु
निहित है स्वर्ग के राज्य की उदघोषणा करने तथा लोगों के मध्य इसे स्थापित करना जो संकेतों
और आश्चर्यों से भरा है।
लेकिन द्वितीय वाटिकन महासभा के पर्यवेक्षण के अनुसार
स्वर्गराज्य सबसे पहले ख्रीस्त के व्यक्तित्व में ही सबसे पहले प्रदर्शित हुआ जिसे उन्होंने
अपने क्रूस पर अपनी मृत्यु तथा पुनरूत्थान के द्वारा स्थापित किया और जिसके द्वारा वे
सर्वशक्तिमान प्रभु, मसीह और पुरोहित के रूप में प्रकट किये गये।
ख्रीस्त
का यह राज्य कलीसिया को सौंपा गया है जो कि " बीज " और " शुरूआत " है तथा इसकी घोषणा
करना तथा पवित्र आत्मा की शक्ति से सब राष्ट्रों के मध्य इसका प्रसार करना इसका काम है।
प्रभु निर्धारित समय के अंत में इस राज्य को पिता ईश्वर को सौंप देंगे तथा उन सबलोगों
को प्रस्तुत करेंगे जिन्होंने प्रेम-आदेश के अनुसार जीवन जीया है।
प्रिय मित्रो,
हम सब ईश्वर के मुक्तिदायी काम को आगे बढाने के लिए बुलाये गये हैं, सुसमाचार की ओर मन
परिवर्तन करें, ख्रीस्त का दृढ़तापूर्वक अनुसरण करें जो सेवा कराने नहीं लेकिन सेवा करने
तथा सत्य का साक्ष्य देने के लिए आये।
इस संदर्भ में, मैं प्रत्येक जन को आमंत्रित
करता हूँ कि 6 नये कार्डिनलों के लिए प्रार्थना करें जिन्हें मैंने कल कार्डिनल बनाया
ताकि पवित्र आत्मा उन्हें विश्वास और उदारता में मजबूत करे तथा उन्हें अपने वरदानों से
भर दे जिससे वे अपने नये उत्तरदायित्व को ख्रीस्त और उनके राज्य के प्रति समर्पण के रूप
में पूरा कर सकें। कार्डिनल मंडल के ये नये सदस्य कलीसिया के सार्वभौमिक आयाम को बेहतर
रूप में प्रस्तुत करते हैं। वे लेबनान, भारत, नाईजीरिया, कोलम्बिया और फिलिपीन्स में
चर्च के मेषपाल हैं तथा इन्में से एक कुछ समय से होली सी की सेवा में सेवारत रहे हैं।
इन्में से हर एक जन के लिए तथा इनकी सेवा के लिए सौंपे गये हर विश्वासी के लिए
हम माता मरिया के संरक्षण की याचना करें। कुँवारी माता मरिया हम सबको सहायता करे कि वर्तमान
समय को हम प्रभु के आगमन की प्रतीक्षा में व्यतीत करें तथा ईश्वर से गहन याचना करें
आपका राज्य आवे। हम ज्योति के उन कार्यों को करें जो हमें स्वर्ग की ओर निकट लाते हैं।
हम जागरूक हैं कि ईश्वर, इतिहास के कष्टप्रद उतार-चढाव में प्रेम का राज्य बनाना सतत्
जारी रखते हैं।
इतना कहने के बाद संत पापा ने देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ
किया और सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।