वाटिकन सिटी, 23 नवम्बर, 2012 (सेदोक, वीआर) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने समुद्र के
लिये प्रेरिताई (अपोसलशिप ऑफ़ द सी) के 23वें विश्व सम्मेलन में भाग लेने वालों सदस्यों
को 23 नवम्बर शुक्रवार को संबोधित करते हुए कहा कि वे येसु के विश्वस्त सुसमाचार प्रचारक
बनें।
संत पापा ने कहा कि आज ज़रूरत है कि आप अपने प्रेरितिक कार्य की लम्बी
परंपरा को बरकरार रखते हुए नये सुसमाचार प्रचार के लिये करें और विश्वास वर्ष में नये
उत्साह से सुसमाचार के लिये अपने को समर्पित करें।
संत पापा ने कहा कि बदलते
परिवेश में समुद्र से जुड़े उद्योग, मछुआरों और उनके परिवारों की समस्याये बढ़ीं हैं
इसलिये इस बात की ज़रूरत है कि मानव विकास के विभिन्न आयामों पर चिन्तन हो और प्रेम से
उसे परिशुद्ध करके समस्याओं का समाधान किया जाये।
संत पापा ने कहा कि ईसाई धर्म
के आरंभ से ही येसु के शिष्यों ने समुद्री मार्ग का उपयोग कर पूरी दुनिया को सुसमाचार
सुनाया था विशेष करके संत पौल ने जिन्होंने कई समुद्री यात्रायें कीं। आज मैं समुद्र
और समुद्र से जुड़कर कार्य करने वालों से अपील करता हूँ कि आप समुद्र मार्ग से यात्रा
करने वालों के लिये कलीसिया के प्रकट साक्ष्य बनें और उनकी देखभाल करें।
संत
पापा ने कहा कि उन्हें मालूम है कि मछुआरों को अपने कार्य के लिये उपयुक्त और सुरक्षापूर्ण
स्थिति चाहिये जिसका अभाव रहा है। वे आज उनके प्रति अपनी आध्यात्मिक सामीप्य प्रकट करते
हैं।
संत पापा ने उपस्थित लोगों से अपील की कि वे सुसमाचार प्रचार के वफ़ादार
प्रेरित बनें और लोगों के साथ सद्भावपूर्ण वर्ताव करें ताकि इससे काथलिक कलीसिया का सेवा
और प्रेममय पक्ष प्रकट हो सके।