2012-11-21 16:31:07

पीसीआईडी एवं आई सीआरओ की आठवीं बैठक के बाद जारी वक्तव्य


वाटिकन सिटी 21 नवम्बर 2012 (सेदोक) अंतर धार्मिक वार्ता संबंधी परमधर्मपीठीय समिति (पीसीआईडी) तथा सेन्टर फोर इंटरेलिजियस डायलोग ओफ द इस्लामिक कल्टर एंड रीलेशन्स ओरगानाइजेशन (आईसीआरओ) की आठवीं बैठक अंतर धार्मिक वार्ता संबंधी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल ज्यां लुई तोरान तथा आईसीआरओ को अध्यक्ष डा मोहम्मद बागेर कोरामशाद की संयुक्त अध्यक्षता में 19 से 21 नवम्बर तक सम्पन्न हुई। बैठक का शीर्षक था “Catholic and Muslim Cooperation in promoting justice in the contemporary world”. इस शीर्षक के तहत चार उपशीर्षकों पर काथलिक और मुसलमान नजरिये से विचार विमर्श किया गया। ये हैं- न्याय की अवधारणा, मानव प्राणी के लिए न्याय, समाज के विभिन्न घटकों के लिए न्या तथा सम्पूर्म मानव परिवार के लिए न्याय।
21 नवम्बर को जारी एक वक्तव्य में कहा गया कि सौहार्दपूर्ण माहौल में सम्पन्न बैठक में दोनों पक्षों ने वर्तमान चुनौतियों- आर्थिक संकट, पर्यावरण संबंधी मुददे, समाज की प्राथमिक ईकाई परिवार के कमजोर होने तथा विश्व शांति के सामने विद्यमान खतरों के बारे में चिंता और जागरूकता व्यक्त की। प्रतिभागियों ने दोनों पक्षों में विद्यमान सामान्य बातों और भिन्नताओं पर विचार किया तथा कुछेक साझा बिन्दुओं और मूल्यों को रेखांकित किया। ये हैं- सामान्य विश्वास की एक ईश्वर ने सबकी सृष्टि की वे हम सबको न्याय की समग्र समझ देते हैं। इसे लागू करने के विभिन् क्षेत्र निजी सामुदायिक, सामाजिक, राजनैतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और न्यायिक आयाम है जो एक दूसरे से जुड़े हैं। मानव की प्रतिष्ठा पर आधारित न्याय सदगुण है इसके लिए तर्क का सही अभ्यास और ईश्वरीय प्रकाशन की जरूरत होती है। न्याय की अवधारणा की गतिशील प्रकृति समसामयिक विश्व की नवीन चुनौतियों का सामना करने के लिए इसे अनुकूलन करने की अनुमति देती है। धार्मिक नेताओं, संस्थानों तथा वस्तुतः हर विश्वासी को अन्याय और अत्याचार के हर रूप की निन्दा तथा विश्व में न्याय का प्रसार करना चाहिए। हमारा विश्वास है कि हमारे धर्मों में संसाधन मौजूद हैं जो लोगों को न्याय तथा शांति को वास्तविकता बनाने के लिए काम करने के लिए प्रेरणा देते हैं। आज के विश्व में न्याय का प्रसार करने के लिए संवाद और सहयोग के द्वारा मुसलमान और ईसाई एक दूसरे के बारे में गहन समझदारी का विकास करना जारी रखे हैं। बैठकों के परिणामों और फलों को दोनों समुदायों के लोगों आर समाज तक ले जाने की जरूरत है ताकि इनका संसार में वास्तव में प्रभाव हो। बैठक के अंत में प्रतिभागियों ने संत पापा के साथ मुलाकात की तथा यथार्थ और फलप्रद संवाद को जारी रखने के लिए उनका प्रोत्साहन पाया।
अंतर धार्मिक वार्ता संबंधी परमधर्मपीठीय समिति (पीसीआईडी) एवं सेन्टर फोर इंटरेलिजियस डायलोग ओफ द इस्लामिक कल्टर एंड रीलेशन्स ओरगानाइजेशन (आई सीआरओ) की अगली बैठक दो साल बाद तेहरान में सम्पन्न होगी।








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