2012-11-20 17:29:44

जुबिली समारोह में सीरो मलाबार चर्च की मिशनरी भावना का जश्न


नई दिल्ली 20 नवम्बर 2012 (सीएनएस) सीरो मलाबार काथलिक कलीसिया की मिशनरी उत्साह और जीवंतता का जश्न एक समारोह में मनाया गया। जुबिली समारोह मनाते हुए स्मरण किया गया कि सीरो मलाबार चर्च ने सन 1962 में चंडा धर्मप्रांत की स्थापना की थी।
सीरो मलाबार चर्च की मिशनरी पहलों की 50 वीं वर्षगाँठ के अवसर पर 18 नवम्बर को नई दिल्ली में सार्वजनिक समारोही ख्रीस्तयाग का आयोजन किया गया जिसके बाद आयोजित सार्वजनिक समारोह में भारत तथा नेपाल में वाटिकन के राजदूत महाधर्माध्यक्ष साल्वातोरे पेनाकियो ने कहा कि सीरो मलाबार कलीसिया ने न केवल भारत लेकिन भारत से बाहर भी सुसमाचार प्रचार में योगदान दिया है। भारत में काथलिक चर्च की तीन रीतियों की कलीसियाएं हैं। लातिनी रीति की कलीसिया सहित सीरो मलाबार चर्च पूर्वी रीति की दो चर्चो में से एक है। पूर्वी रीति की अन्य कलीसिया सीरो मलंकारा चर्च है।
नई दिल्ली आये देश भर से सीरो मलाबार रीति के 30 काथलिक धर्मप्रांतों के 6 हजार से अधिक प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए महाधर्माध्यक्ष पेन्नाकियो ने कहा आपके हजारों मिशनरी जरूरतमंदों की सेवा कर रहे हैं तथा प्रेरित संत थोमस द्वारा शुरू की गयी विस्मयकारी विरासत को लोगों के साथ बांट रहे हैं। उनकी कामना है कि यहाँ और विदेश में आपके विश्वास की यात्रा में प्रेरित संत थोमस की मध्यस्थता से सहायता मिले।
स्मरण रहे कि सीरो मलाबार रीति की काथलिक कलीसिया अपना इतिहास प्रेरित संत थोमस के साथ जोड़ती है जो दक्षिण केरल के तट पर सन 52 में पहुँचे थे।







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