वाटिकन सिटी, 19 नवम्बर, 2012 (न्यूज़.वीए) संत पापा ने 17 नवम्बर, शनिवार को वाटिकन
के प्रेरितिक प्रासाद में फ्रांस के धर्माध्यक्षों से मुलाक़ात की और कहा, "विश्वास
वर्ष में वे कलीसिया का मार्गदर्शन करने ताकि लोग सच्चे दिल से आध्यात्मिक नवीकरण करें
और उन ख्रीस्तीय मूल्यों के लिये कार्य करें जो एक व्यवस्थित समाज के लिये ज़रूरी है।"
ज्ञात हो, इन दिनों फ्रांस के धर्माध्यक्ष रोम में संत पापा के साथ मुलाक़ात
कर रहे हैं जिसे‘अद लिमिना’ नाम से जाना जाता है। इसके तहत् काथलिक कलीसिया के प्रत्येक
धर्माध्यक्ष को पाँच वर्षों के अन्तराल में एक बार कलीसिया के महाधर्मगुरु संत पापा से
मुलाक़ात करने की व्यवस्था है।
संत पापा ने कहा, "फ्राँस में ख्रीस्तीयता का लम्बा
और प्रभावपूर्ण इतिहास रहा है जिसे हम आज नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते हैं। आज ज़रूरत है
कि फ्राँस की काथलिक कलीसिया पूरे संकल्प के साथ आह्वान करे और उसे लोग सुनें।"
संत
पापा ने कहा, "राष्ट्र में हो रहे महत्वपूर्ण मुद्दों के बहस के समय कलीसिया देश की परंपरा
का सम्मान करे पर लोग कलीसिया की आवाज़ सुनें।"
संत पापा ने धर्माध्यक्षों से
कहा कि वे विश्वास प्रशिक्षण के अपने कार्यों को गंभीरता से लें और काथलिक कलीसिया की
पूजन पद्धति में भाग लेने के लिये लोगों को प्रोत्साहन दें ताकि लोग विश्वास में मजबूत
हों और सुसमाचार का प्रचार के मिशन सुचारू रूप से आगे बढ़ सके।