शस्त्रों की निगरानी और इन्हें समाप्त करने के लिए बेहतर उपाय करने की जरूरत
वाटिकन सिटी 15 नवम्बर 2012 (सीएनएस) हथियारों पर नियंत्रण और इनको समाप्त करने के लिए
विश्व को और अधिक प्रभावी उपाय करने की जरूरत है। वाटिकन अधिकारी महाधर्माध्यक्ष सिल्वानो
तोमासी ने कहा कि युद्ध के बाद बचे शस्त्रों को नष्ट करने अथवा इससे पहले कि संघर्ष स्थलों
में रह गये ये शस्त्र निर्दोष नागरिकों को हानि पहुँचायें या आंतकवादियों के हाथों में
पहुँचे, इन हथियारों को हासिल करने की प्रक्रिया के बारे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को
और अधिक गंभीरता से सोचने तथा मानवाधिकार कानूनों को गंभीरता से लागू करने की जरूरत है।
जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र संघीय कार्यालयों में वाटिकन के पर्यवेक्षक महाधर्माध्यक्ष
सिल्वानो तोमासी ने पारम्परिक हथियारों के उपयोग और इन पर नियंत्रण संबंधी अंतरराष्ट्रीय
समझौतों पर की जा रही समीक्षा के अवसर पर जिनेवा में 12 से 13 नवम्बर तक आयोजित सम्मेलन
के दौरान उक्त बातें कहीं। सम्मेलन का फोकस उन कानूनों पर लक्षित था जो युद्ध के बाद
बचे विस्फोटकों की पहचान करने और उनको समाप्त करने की प्रक्रिया से जुडे हैं। महाधर्माध्यक्ष
तोमासी ने कहा कि समझौते को लागू करने की विफलता का अर्थ है कि युद्ध के दौरान या युद्ध
के बाद विस्फोटक पदार्थों पर निगरानी नहीं की जाती है तथा संघर्ष के बाद संघर्ष स्थल
से विस्फोटकों को नहीं हटाया जाता है। परिणामस्वरूप ये हथियार आतंकी समूहों तथा अपराधी
संगठनों के हाथों में जा सकते हैं और निर्दोष नागरिकों के लिए खतरा उत्पन्न करते हैं।
उन्होंने कहा कि युद्ध के बाद हथियारों पर निगरानी पर समीक्षा नहीं होने से व्यापक स्तर
पर सामाजिक और आर्थिक नुकसान होने का खतरा बढ़ जाता है तथा विकास के लिए दीर्घ कालीन
बाधा खड़ी होती है।