नवीन सुसमाचार प्रचार के लिए कलीसियाई एकतावर्द्धकता का महत्व
वाटिकन सिटी 15 नवम्बर 2012 (सेदोक, वी आर वर्ल्ड) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने ख्रीस्तीय
एकतावर्द्धक संबंधी परमधर्मपीठीय समिति की पूर्णकालिक सभा के लगभग 70 प्रतिभागियों को
गुरूवार को सम्बोधित किया। उन्होंने अपने संदेश में विभाजित ईसाई साक्ष्य की अपर्कीति
को दूर करने तथा चर्चों के मध्य दृश्यमान पूर्ण एकता के लिए काम करने के महत्व पर बल
दिया। पाँच दिवसीय बैठक का शीर्षक है ‘The significance of ecumenism for the New Evangelisation’
संत पापा ने विभाजनों और कठिनाईयों के बावजूद जीवित ईश्वर का एकसाथ साक्ष्य
देने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आज अनेक लोगों की आध्यात्मिक निर्धनता सब
ईसाईयों के लिए चुनौती है तो नवीकृत सुसमाचार प्रचार के लिए अन्य कलीसियाओं का समर्पण
भी आशा का चिह्न है।
संत पापा ने कलीसियाओं के मध्य एकता के विषय में द्वितीय
वाटिकन महासभा के शब्दों को प्रतिध्वनित करते हुए कहा हमारे मध्य विद्यमान विभाजन खुले
रूप से ख्रीस्त की इच्छा का विरोधाभास तथा अपर्कीति का स्रोत है जो सब लोगों के लिए सुसमाचार
प्रचार करने की क्षमता और निष्ठा को क्षति पहुँचाती है। संत पापा ने यह आशा व्यक्त की
कि कलीसियाई एकतावर्द्धकता यात्रा की प्रगति में विश्वास वर्ष का भी योगदान मिलेगा।