2012-11-14 18:04:57

पवित्र भूमि में एशियाई धर्माध्यक्षों की तीर्थयात्रा


होली लैंड 14 नवम्बर 2012 (एशिया न्यूज) विश्वास वर्ष में पवित्र भूमि की तीर्थयात्रा करना, स्रोतों की ओर लौटना तथा सुसमाचार प्रचार के लिए विचार करना इन्हीं मनोभावों में एशिया के 120 धर्माध्यक्षों ने 6 से 12 नवम्बर तक होली लैंड (पवित्र भूमि) की तीर्थयात्रा की। इसका आयोजन न्यूकटेक्यूमेनल वे ने किया। इसके तहत भारत के 70 धर्माध्यक्षों तथा म्यांमार, फिलीपीन्स, मलेशिया, श्रीलंका पाकिस्तान चीन और अन्य एशियाई देशों के लगभग 50 धर्माध्यक्षों ने पवित्र भूमि की तीर्थयात्रा की। वे माउंट औफ ब्याटीट्यूडस में एक साथ आये।
भारत स्थित कटक भुवनेश्वर के महाधर्माध्यक्ष जोन बरवा ने कहा कि धर्माध्यक्षों के साथ कुछ पुरोहितों, धर्मसमाजियों और लोकधर्मियों ने भी उनका साथ दिया। इस यात्रा में उन्हें सामुदायिकता, बंधुत्व, ईशवचन तथा प्रत्येक जन के जीवन के अनुभवों की शेयरिंग करने का गहन अनुभव मिला।
उन्होंने कहा कि इस तीर्थयात्रा से एशियाई कलीसिया के मेषपालों के मध्य संबंध को मजबूती मिली। विश्वास वर्ष में यह एक महत्वपूर्ण कारक है तथा एशिया में नवीन सुसमाचार की अनिवार्य जरूरत पर बल देता है।
एशिया में सुसमाचार प्रचार के लिए चुनौतियां विषय पर दिसम्बर माह में वियतनाम में एशियाई धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के संघ की बैठक होने की पूर्व संध्या पर आयोजित इस तीर्थयात्रा ने एशिया के धर्माध्यक्षों को उपयोगी चिंतन करने का मौका दिया।








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