डिब्रुगढ़, असम 9 नवम्बर, 2012 (कैथन्यूज़) असम के डिब्रुगढ़ में अवस्थित संत जोसेफ सेमिनरी
की स्थापना के 50वें वर्षगाँठ पर धर्मप्रांत ने एक सेमिनार का आयोजन किया। इस समारोह
में गुवाहाटी के महाधर्माध्यक्ष जोन मूलाचिरा और धर्माध्यक्ष मिखाएल अकासियुस टोप्पो
सहित 200 पुरोहितों और हज़ारों लोगों ने हिस्सा लिया। विदित हो कि संत जोसेफ सेमिनरी
की स्थापना सन् 1962 ईस्वी में डिब्रुगढ़ के प्रथम धर्माध्यक्ष मान्यवर ओरेस्तेस मरेन्गो
ने की थी। इस सेमिनरी को पूरे उत्तर-पूर्वी भारत में प्रथम सेमिनरी होने का गौरव प्राप्त
है। कैथन्यूज़ को दिये जानकारी के अनुसार सेमिनरी ने अब तक असम, मणिपुर, नागालैंड,
झारखंड, उड़ीसा. केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट् के करीब 1,800 विद्यार्थियों
को प्रशिक्षण दिये हैं। पचासवर्षीय जुबिली के लिये आयोजित यूखरिस्तीय बलिदान में
धर्मसमाजियों और लोकधर्मियों के साथ तेजपुर के सेवानिवृत धर्माध्यक्ष रोबर्ट केरकेट्टा
और डिब्रुगढ़ के धर्माध्यक्ष जोसेफ आइन्द भी उपस्थित थे।