बालबेक सीरिया 9 नवम्बर, 2012 (एजेन्सिया फीदेस) संत पापा बेनेदिक्त के विशेष राजदूत
परमधर्मपीठीय कौंसिल कोर उनुम के अध्यक्ष कार्डिनल रोबर्ट साराह का 7 नवम्बर से आरंभ
मध्यपूर्वी देशों का दौरा सफलतापूर्वक जारी है। अपने दौरे के पहले चरण में कार्डिनल साराह
ने अंतियोख के ऑर्थोडॉक्स प्रतिधर्माध्यक्ष इग्नासियुस चतुर्थ से मुलाक़ात की।
विदित
हो कि संत पापा ने सीरिया और मध्यपूर्वी देशों में छिड़े संघर्ष से उत्पन्न शर्णार्थी
समस्या से पीड़ितों को अपनी सहानुभूति और विश्वव्यापी कलीसिया के साथ उनकी निकटता दिखलाने
के लिये कार्डिनल साराह को अपना विशेष राजदूत बना कर सीरिया भेजा है।
7 नवम्बर
को कार्डिनल साराह ने लेबनान गणराज्य के राष्ट्रपति मरोनाइट काथलिक मिखेल सुलेमान से
मुलाक़ात की। इसके साथ मारोनाइट सिनॉद ऑफ बिशप्स के सदस्यों तथा अरमेनियन पैट्रियार्क
बेडरोस 19वें तारमउनी से भी भेंट कर क्षेत्र की स्थिति का जायज़ा लिया।
ऑर्थोडॉक्स
पैट्रियार्क ने संत पापा की पहल के लिये धन्यवाद दिया और कार्डिनल साराह को बताया कि
वे विभिन्न कलीसियाओं के बीच आपस सहयोग और सहानुभूति की भावना की सराहना करते हैँ। उनका
मानना है कि विपत्ति के समय में इस प्रकार की एकता बहुत ही अर्थपूर्ण है।
कार्डिनल
साराह ने अपने दूसरे दिन के दौरे में बालबेक का दौरा किया जहाँ सीरिया से पलायन को मजबूर
शर्णार्थियों के लिये कैम्प बनाये गये हैं। शर्णार्थियों से मिलकर कार्डिनल ने लोगों
का हाल-चाल पूछा और कारितास सेंटर में एकत्रित लोगों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया।
संत पापा के विशेष दूत कार्डिनल साराह के बेरुत में करीब 20 काथलिक स्वयंसेवी
संस्थाओं के प्रतिनिधियों से मुलाक़ात कर उनसे बचाव और राहत कार्यों को प्रभावी बनाने
की अपील की।
विदित हो कि ये कारितास संस्थायें लेबनान, सीरिया, जोर्डन, तुर्की
और ईराक में कार्यरत है। योजना के अनुसार संत पापा के विशेष राजदूत शर्णार्थियों के लिये
वाटिकन की ओर से दी गयी 1 मिलियन डॉलर की मदद राशि भी प्रदान की।