वाशिंगटन, 3 नवम्बर, 2012 (सीएनए) सीरिया का दौरा करने वाले अमेरिका के धर्माध्यक्षों
प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य धर्माध्यक्ष अंतोनी बी टेलर ने कहा कि सीरिया में शर्णार्थियों
की दशा चिन्ताजनक है और पड़ोसी देशों की सहायता के अभाव में स्थिति भयानक हो सकती है।
धर्माध्यक्ष टेलर ने कहा कि सीरिया में शर्णार्थी समस्या बढ़ती जा रही है और इस बात
की निहायत ज़रूरत है कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय मदद के लिये सामने आये। उन्होंने कहा
कि ईराकी शर्णार्थी समस्या के बाद सीरिया की समस्या विगत दस वर्षों में इस क्षेत्र की
सबसे बड़ी शर्णार्थी समस्या बन कर आयी है। निकटवर्ती राष्ट्रों के पास भी इतने साधन नहीं
हैं कि इसका समाधान हो सके। उन्होंने 1 नवम्बर को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए
प्रवासी और शर्णार्थियों के लिये बने प्रतिनिधिमंडल सदस्य धर्माध्यक्ष टेलर ने कहा कि
शर्णार्थियों की जीवन दयनीय है और इस पर ध्यान नहीं देना मानव समुदाय के लिये खतरनाक
सिद्ध होगा। विदित हो कि अमेरिकी धर्माध्यक्षों के एक प्रतिनिधिमंडल ने 7 से 20 अक्तूबर
तक लेबनान, जॉर्डन, तुर्की और मिश्र का दौरा किया और शर्णार्थियों की स्थिति का जायज़ा
लिया। धर्माध्यक्ष ने ईसाई शर्णार्थियों के बारे बतलाया कि सीरिया के ईसाइयों की
स्थिति भी बुरी है । उन्हें दोहरी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर वे शर्णार्थी
है तो दूसरी ओर उन पर ईसाई धर्म के नाम पर भी प्रताड़नायें झेलने का डर बना हुआ है। प्रतिनिधिमंडल
दल के अनस्तासिया ब्राउन ने बतलाया कि शर्णार्थी शिविरों में महिलाओं और बच्चों की हालत
बदतर है। उनमें से कई लोगों को चिकित्सा सुविधा की तत्काल ज़रूरत है। धर्माध्यक्ष
टेलर ने कहा कि अमेरिका को सहायता की पहल करनी चाहिये और अपने मित्र राष्ट्रों को प्रोत्साहन
देना चाहिये कि मदद के लिये सामने आयें।