वाटिकन सिटी, 3 नवम्बर, 2012 (सीएनए) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने सब मृतक विश्वासियों
के स्मरण दिवस 2 नवम्बर को वाटिकन ग्रोटो में जाकर मृतकों तथा पूर्व संत पापा के आत्मा
की अनन्त शांति के लिये प्रार्थना की ।
संत पापा ने 1 नवम्बर को सभी संतों का
पर्व मनाते हुए कहा था कि मृत विश्वासियों की याद करना हमें इस बात की याद दिलाता है
कि मानव जीवन का दोहरा क्षितिज है - स्वर्ग और धरा। यह हमें इस बात पर चिन्तन करने को
आमंत्रित करता है कि जीवन और मृत्यु एक-दूसरे से जुड़े हुए हैँ।
संत पापा ने
अपने प्रवचन में कहा, "धरती मानवीय जीवन यात्रा की और स्वर्ग अनन्त यात्रा की याद दिलाता
है जो कि ईश्वर के साथ एक होने में पूर्ण हो जाती है।"
संत पापा ने कहा, "मानव
यात्रा के दो पक्ष हैं अर्थात् यह इस धरती में आरंभ होता और स्वर्ग में अपनी पूर्णता
को प्राप्त करता है।"
विदित हो सब मृतकों के दिवस के त्योहार मनाने की परंपरा
पूरे विश्व में है विशेष कर के ऐसे राष्ट्रों में जो स्पेन की काथलिक परंपराओं से प्रभावित
हैं।
फिलीपींस में मृतकों की याद में मनाये जाने वाले इस त्योहार को धूमधाम से
मनाया जाता है। फिलीपिनो परिवार के सदस्य कब्रस्थान जाते, कब्रों में फूल चढ़ाते, मोमबत्ती
जलाते और पूरी रात, खाते-पीते और नाचते-गाते अपना समय बिताते हैं।
मेक्सिको में
इसे ‘दियदे लोस मुएरतोस’ अर्थात् ‘मृतक दिवस’ के नाम से जाना जाता है। इस दिन मेक्सिकोवासी
मृतक के नाम पर एर वेदी बनाते है और मृतक के पसंद की खाना बना कर उसका आनन्द लेते हैँ।