मुम्बई, 3 नवम्बर, 2012 (वीआर, अंग्रेज़ी) अखिल भारतीय ख्रीस्तीय एकता मंच ‘एनयुसीएफ’
ने देश में राजनीतिक नेताओं के विभिन्न घोटालों में संलिप्त होने पर चिन्ता व्यक्त की
है।
मंच के सदस्यों ने कहा कि हमने दशहरा का त्योहार मनाया है जिसमें बुराई
पर सत्य के जीत की खुशी मनायी जाती है हम आशा करते हैं कि बुराई को हम जड़ सहित उखाड़
फेंकने में सक्षम हो पायेंगे।
ख्रीस्तीय एकता मंच के अध्यक्ष दिल्ली के महाधर्माध्यक्ष
विन्सेंट कोन्चेसाव ने कहा कि हाल में विभिन्न घोटालों में राजनीतिक नेताओं के शामिल
होने के लगातार होने वाले खुलासे के बाद भारत का भविष्य धुँधला दिखाई पड़ता है।
महाधर्माध्यक्ष
ने कहा कि भारत कई धर्मों की जन्मभूमि रही है और भारत के दार्शनिकों ने इस बात को कई
बार दुहराया है कि मुक्ति के लिये ईमानदारी और सत्य का मार्ग अपनाया जाना चाहिये पर आज
घोटालों के पर्दाफाश होने से आश्चर्य होता है कि वे मूल्य कहाँ लुप्त हो गये है।
महाधर्माध्यक्ष
ने लोगों से अपील की है कि भारत की नैतिक मूल्यों तथा सिद्धांतों की परंपराओं को बरकरार
रखते हुए राजनीतिक पार्टियाँ और जनता भ्रष्टाचार के खिलाफ़ जंग छेड़े ताकि इस सामाजिक
बुराई को जड़ से उखाड़ फेंका जा सके।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के पीछे मानव
की लालच की भावना सक्रिय होती है जिसमें वह बिना कठिन परिश्रम के धन जमा करना चाहता है
और समाज के प्रति कोई दायित्व निभाना नहीं चाहता।
महाधर्माध्यक्ष कोन्चेसाव ने
ख्रीस्तीयों से निवेदन किया है कि वे प्रार्थना करें ताकि भ्रष्टाचार जैसी भयंकर सामाजिक
बुराई का अन्त हो।
विदित हो नैशनल युनाइटेड क्रिश्चियन फॉरम (एनयूसीएफ) एक ऐसा
मंच है जहाँ भारतीय धर्माध्यक्षीय काथलिक समिति, नैशनल कौंसिल ऑफ चर्चेस और एवानजेलिक
फेलोशिप ऑफ इंडिया जैसी समितियाँ शामिल है।