झाँसी धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष का इस्तीफा, मान्यवर पीटर पारापुलिल नये धर्माध्यक्ष
वाटिकन सिटी 2 नवम्बर 2012 (सेदोक, फीदेस) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें 31 अक्तूबर को
भारत में झाँसी धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष फ्रेदरिक डिसूजा का त्यागपत्र स्वीकार कर विकर
जेनरल फादर पीटर पारापुलिल को झाँसी का नया धर्माध्यक्ष नियुक्त किया है। मान्यवर
पीटर पारापुलिल का जन्म केरल राज्य स्थित वेरापोली महाधर्मप्रांत के अंतर्गत पेरूमन्नूर
में 2 दिसम्बर 1949 को हुआ। उन्होंने केरल के आल्वे सेमिनरी से दर्शनशास्त्र का अध्ययन
किया और फिर इलाहाबाद स्थित संत जोसेफ सेमिनरी में अध्ययन किया। उन्होंने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय
से अंग्रेजी साहित्य में बीए और एमए की पढ़ाई की तथा रोम स्थित ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय
से सामाजिक और धार्मिक सम्प्रेषण में डिप्लोमा प्राप्त किया। उन्होंने अन्नामलाई विश्वविद्यालय
से शिक्षा में बीए किया। मान्यवर पीटर पारापुलिल ग्वालियर पल्ली में 29 फरवरी 1976
को पुरोहित अभिषिक्त हुए। उन्होंने 1976 से 1981 की अवधि में तीन पल्लियों में सहायक
पल्ली पुरोहित के रूप में काम किया। इसके बाद1981 से 1982 तक वे अपोस्तोलिक स्कूल के
रेक्टर बनाये गये। फिर 1982 से 1992 तक झाँसी स्थित संत जूद तीर्थालय के रेक्टर रहे।
उन्होंने 1992 से 93 तक रोम में अध्ययन किया फिर 1993 से 1999 तक समाज सेवा के निदेशक
रहे। 1994 से 1998 कर कारितास इंडिया के सदस्य रहे, 1998 से 1999 तक सम्प्रेषण विभाग
के निदेशक रहे। उन्होंने 1999 से 2005 तक धर्माध्यक्ष के सचिव, मेषपालीय सेवा के प्रभारी
और धर्मप्रांत के अभिलेखागार के अधिकारी के रूप में काम किया। वे सन 2005 से झाँसी धर्मप्रांत
के विकर जेनरल रहे हैं। वे सन 2006 से 2012 तक झांसी कैथिड्रल के पुरोहित तथा 2012 से
झांसी स्थित क्राइस्ट द किंग कांलेज के डीन भी रहे हैं। आगरा महाधर्मप्रांत के
अंतर्गत 1954 में निर्मित झाँसी धर्मप्रांत का क्षेत्रफल 29,418 वर्ग किलोमीटर है। यहाँ
की आबादी 82 लाख 33 हजार 9 सौ 14 है। यहाँ काथलिकों की संख्या 3 हजार 9 सौ 36 है। यहाँ
22 पल्लियों में 54 धर्मप्रांतीय पुरोहित 10 धर्मसमाजी पुरोहित, 226 धर्मबहनें प्रेरिताई
काम कर रहे हैं। 34 छात्र गुरूकुल में अध्ययन कर रहे हैं।