वाटिकन सिटी, 22 अक्तूबर, 2012 (वीआर, अंग्रेज़ी) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने पूर्व
संत पापाओं - पौल षष्टम् और जोन पौल द्वितीय की परंपराओं को बरकरार रखते हुए विश्व मिशन
रविवार 21 अक्तूबर को, काथलिक कलीसिया के सात नये संतों की घोषणा की। देश-विदेश से एकत्रित
हज़ारो भक्तों और तीर्थयात्रियों की उपस्थिति में संत पापा ने संत पेत्रुस महागिरजारघर
के ऐतिहासिक प्राँगण में फिलीपींस के पेदरो कलुंगसोद, जाक बेर्थु, जोवन्नी बपतिस्ता पियामारता,
मरिया कारमेन सालेस बरंग्वेरस, मेरीअन्ने कोपे, कतेरी तेकाकिवीता और अन्ना स्काफेर को
वेदी में समर्पित करने का सम्मान दिया। संत पापा ने समारोह में लोगों को संबोधित करते
हुए कहा, "यह एक दुर्लभ संयोग है जब विश्व के धर्माध्यक्ष धर्मसभा के लिये रोम में जमा
हुए हैं और विश्व मिशन रविवार के दिन कलीसिया के सात नये संतों का घोषणा समारोह सम्पन्न
हो रहा है।" उन्होंने कहा, "मैं आज सब ख्रीस्तीयों को इस बात के लिये आमंत्रित करता
हूँ व सुसमाचार के प्रचार बने, साक्ष्य दें, ख्रीस्तीय संदेश की घोषणा करें और येसु
को धारण कर येसु के द्वारा दिखलाये पथ पर आगे बढ़ें।" पवित्र यूखरिस्तीय बलिदान के
समय संत पापा ने नये संतों के जीवन की विशेषताओं की भी चर्चा की। फिलिपींस के पेदरो कालुंगसोद
के बारे में उन्होंने कहा उन्होंने एक धर्मप्रचारक रूप में अपने विश्वास और ईश्वर प्रेम
का परिचय देते हुए सन् 1672 में अपने प्राण का बलिदान किया। जर्मनी की मेरीअन्ने
कोपे ने अमेरिका जाकर फ्रांसिस्कन धर्मसमाज में प्रवेश किया, धर्मसमाज की सुपीरियर जेनरल
बनी और बाद में हवाई के मोलोकाई में कोढ़ रोगियों की सेवा में अपना सम्पूर्ण जीवन बिता
दिया। उत्तरी अमेरिका की कातेरी के बारे में बोलते हुए संत पापा ने कहा कि कातेरी
की हार्दिक इच्छा थी कि वह येसु को प्यार करे। इसके लिये वह प्रार्थना करती और रोज दिन
पवित्र मिस्सा में शामिल होती थी। विदित हो कि कातेरी को उत्तरी अमेरिका के मूलवासियों
का प्रथम स्थानीय संत होने गौरव प्राप्त हुआ है। अन्य संतों में एक जेस्विट फादर
जाक बेर्थु जिन्होंने मडागास्कर में विश्वास के लिये अपने प्राण दिये, इटली के जोवन्नी
बतिस्ता पियामेरात ने ब्रेसिया में काथलिक प्रेस की स्थापना की और लोगों की सेवा की तथा
स्पैनिस सिस्टर कार्मन सालेस ने महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के कार्य किया। संत
पापा के जन्मस्थान की अन्ना मरिया स्केफर को भी संत घोषित किया गया जिन्होंने अपने गाँव
में ईशवचन के प्रचार के लिये अपना सारा जीवन लगा दिया।