वाटिकन सिटी, 20 अक्तूबर, 2012 (वीआर, अंग्रेज़ी) और ओसियाना धर्माध्यक्षीय समिति के
अध्यक्ष न्यूजीलैंड के महाधर्माध्यक्ष जोन डियु वेलिंगटन ने कहा, "ओसियाना क्षेत्र
नये सुसमाचार प्रचार की सबसे बड़ी प्रयोगशाला है। यहाँ एक ओर नये लोगों को सुसमाचार सुनाना
है तो दूसरी ओर कुछ लोगों को पुनः सुसमाचार सुनाना है।"
महाधर्माध्यक्ष वेलिंगटन
ने उक्त बात उस समय कही जब उन्होंने वाटिकन रेडियो में साक्षात्कार के दौरान नये सुसमाचार
के बारे में अपने विचार व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि सन् 1998 ईस्वी में ओसियाना
क्षेत्र विशेष करके ऑस्ट्रेलिया न्यूजीलैंड और प्रशांत महासागरीय क्षेत्र को ‘मानवता
का द्वीप’ कहा गया था पर आज यह क्षेत्र उन सारी चुनौतियों का सामना कर रहा जो पश्चिमी
देशों के लोग कर रहे हैं।
महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि पश्चिमी देशों के समान ही
लोगों में धार्मिक उदासीनता देखी जा रही है।
पैसिफिक क्षेत्र में 30 प्रतिशत
जनसंख्या वैसे लोगों की है जो 15 वर्ष से कम उम्र के हैं जो नैतिक और जीवन संबंध समस्याओं
से जूझ रहे हैं जिससे पारिवारिक जीवन प्रभावित हो रहा है।
महाधर्माध्यक्ष जोन
ने कहा कि ओसियाना क्षेत्र में काथलिक कलीसिया इस बात का प्रयास कर रही है कि वह विश्वासियों
को विवाह की पवित्रता और अखंडता के बारे में बतलाये।
उन्होंने कहा कि समलैंगिंक
विवाह को आम विवाह का दर्जा देने की माँग भी एक बड़ी चुनौती है जिसे कलीसिया स्वीकार
नहीं कर सकती है। युवाओं को उन बातों को समझाने के लिये सेमिनारों का आयोजन किया जा रहा
है।