2012-10-15 13:24:13

मीडिया सत्य के लिये एक पेशा और सेवा


एलुरू 15 अक्तूबर, 2012 (सीबीसीआई) हैदराबाद के महाधर्माध्यक्ष और सामाजिक सम्प्रेषण के लिये बनी आन्ध्रप्रदेश धर्माध्यक्षीय समिति के अध्यक्ष थूमा बाला ने कहा कि मीडिया सत्य के लिये समाज सेवा का एक महत्वपूर्ण पेशा और साधन है।
उन्होंने कहा कि समाचार पत्र अब भी लोकमत निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं और प्रजातांत्रिक और धर्मनिर्पेक्ष मूल्यों की रक्षा करते हैं।
उन्होंने उक्त बातें उस समय कहीं जब उन्होंने ‘रचनात्मक लेख’ विषय पर तीन दिवसीय सेमिनार में प्रतिनिधियों को संबोधित किया। सेमिनार का आयोजन आन्ध्रप्रदेश के एलेरु में 5 से 7 अक्तूबर तक सीबीसीआई और सुबोध निलयम कम्युनिकेशन्स द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था।
महाधर्माध्यक्ष बाला ने युवाओं से अपील की कि वे मीडिया से जुड़े और समाज परिवर्तन के जुझारु कार्यकर्ता बनें। सेमिनार के उद्धाटन समारोह में करीब पाँच सौ युवाओं ने हिस्सा लिया।
उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे मीडिया जगत में कार्य करने के लिये आवश्यक मूल्यों को सीखें और सक्ष्म बनें ताकि समाज की सेवा बखूबी कर सकें।
तीन दिवसीय मीडिया सेमिनार, मीडिया संबंधी उस कार्यक्रम का एक हिस्सा है जो धन्य जेम्स अलबेरियोने द्वारा पौलिन धर्मसमाज की स्थापना की शतवर्षीय समारोह की तैयारी के रूप में किया जा रहा है।
इटालियन फादर धन्य जेम्स ने मीडिया द्वारा सुसमाचार के विस्तार के लिये कई धर्मसमाजों की स्थापना की और आन्दोलन चलाये थे ताकि कलीसिया का मिशन आगे बढ़ सके।
तीन दिवसीय मीडिया कार्यशाला में रिपोर्टिंग, एडिटिंग, ग्राफिक्स, मीडिया एथिक्स और पब्लिक स्पीकिंग आदि के बारे प्रशिक्षण दिये गये।
प्रशिक्षण में मीडिया से जुड़े कई विशेषज्ञों ने अपना योगदान दिया जिनमें ‘द हिन्दु’ तथा ‘विर्था’ के पत्रकार, फादर जोर्ज पथोट्टम, सिस्टर हेलेन, फादर जोर्ज कइथोलिल और प्रसिद्ध लेखक फादर पी. बाला प्रमुख थे।









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