नई दिल्ली, 8 अकूतूबर, 2012 (कैथन्यूज़) भारतीय मलंकरा ऑरथोडॉक्स कलीसिया ने जाति धर्म
और विश्वास की भावना से ऊपर उठकर वृद्धों की देखभाल के लिये एक नयी योजना बनायी है ।
इस योजना का उद्धाटन नयी दिल्ली में हुआ जिसे ‘जोब मार फिलोक्सेनोस हेल्थकेयर फाउन्डेशन
के अंतर्गत कार्य करेगी। विदित हो कि दिल्ली में मलंकरा ऑर्थोडॉक्स कलीसिया के तीसरे
मेट्रोपोलिटन धर्मप्रांत के लिये धर्माध्यक्ष योहानन मार देमेत्रियोस के पदग्रहण समारोह
में इस योजना का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए मलंकरा ऑर्थोडॉक्स कलीसिया
सर्वोच्च अधिकारी बासेलियोस मार थोमा बासेलियोस द्वितीय ने कहा कि हमारे समाज में कई
वृद्ध हैं जिनका जीवन सूना है और कलीसिया का दायित्व है कि वह उनकी देखभाल करे। मालूम
हो कि मलंकरा कलीसिया ने उत्तर भारत में विगत 60 सालों तक कार्य करने के बाद इस प्रोजेक्ट
को शुरु किया है। इसके पूर्व उन्हों बीमारों की देखभाल के लिये दिल्ली के बाहर आयानगर,
हरियाणा के मंदावर गाँव में ‘शांतिग्राम’ और कानपुर में भी इसी तरह के कार्य करता रहा
है। माना जाता है कि सन् 52 ईस्वी में येसु का एक शिष्य संत थोमस भारत आया था और
उसी समय से मलंकरा ऑर्थोडॉक्स कलीसिया की नींव केरल में पड़ी। यह कलीसिया दिल्ली के अलावा
राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश हरियाणा और पंजाब में फैल चुका है। दिल्ली धर्मप्रांत
के पूर्व धर्माध्यक्ष जोब मार फिलोक्सेनोस थे। मलंकरा कलीसिया पूरी दुनिया में 30 धर्मप्रांतों
में फैला हुआ है और इसके सदस्य करीब 20 लाख हैं।