2012-10-01 16:39:43

देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व संत पापा द्वारा दिया गया संदेश


कास्तेल गोदोल्फो 1 अक्तूबर 2012 (सेदोक, एशिया न्यूज) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने अपने ग्रीष्मअवकाश के समापन पर कास्तेल गोंदोल्फो स्थित प्रेरितिक प्रासाद के प्रांगण में 30 सितम्बर को आयोजित देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने के अवसर पर देश विदेश से आये तीर्थयात्रियों को विभिन्न भाषाओं में सम्बोधित किया। उन्होंने इताली भाषा में सम्बोधित करते हुए कहा-

प्रिय भाईयो और बहनो,

इस रविवार का सुसमाचार पाठ हमारे सामने येसु ख्रीस्त के जीवन के उन प्रसंगों में से एक प्रसंग को प्रस्तुत करता है जिसकी गहरी सार्थकता है। वस्तुतः एक व्यक्ति जो येसु का अनुयायी नहीं था उसने ईसा का नाम लेकर एक अपदूत को निकाला था। प्रेरित योहन जो युवा और उत्साही था वह उसे रोकना चाहता है लेकिन येसु उसे ऐसा करने की अनुमति नहीं देते हैं। वस्तुतः इस अवसर से उत्प्रेरित होकर ईसा अपने शिष्यों को सिखाते हैं कि ईश्वर अच्छे और महान चमत्कारिक चीजें कर सकते हैं जो उनके सर्कल से बाहर है और जो अनेक तरीके से ईश्वर के राज्य के लिए सहयोग कर सकता है यहाँ तक कि मिशनरी को मात्र एक गिलास पानी देकर भी।

संत अगुस्टीन ने कहा- जैसा कि एक व्यक्ति काथलिक कलीसिया के अंदर कुछ ऐसा भी पा सकता है जो काथलिक नहीं है उसी तरह एक व्यक्ति काथलिक कलीसिया के बाहर भी ऐसा कुछ पा सकता है जो काथलिक है।
कलीसिया के सदस्यों को ईर्ष्या नहीं महसूस करनी चाहिए लेकिन खुश होना चाहिए यदि समुदाय से बाहर भी कोई व्यक्ति ख्रीस्त के नाम पर भलाई करता है ध्यान रहे कि यह सही मनोरथ और सम्मान सहित किया जाये। यहाँ तक कि कलीसिया के अंदर भी- यदा कदा यह हो सकता है कि विभिन्न कलीसियाई विभागों द्वारा सम्पन्न भली चीजों को, एक व्यक्ति द्वारा गहन सामुदायिकता के भाव में मान्यता देने और स्वीकार करने में कठिनाई हो सकती है। इसके बदले में हमें हमेशा एक दूसरे की सराहना करने और सम्मान देने में समर्थ होना चाहिए, ईश्वर का स्तुतिगान करें उनकी अनन्त कल्पनाशीलता के लिए जिसके द्वारा वे कलीसिया और संसार में काम करते हैं।
आज की पूजनधर्मविधि में संत याकूब के पत्र से लिया गया पाठ का संदर्भ बेईमान धनियों के खिलाफ कहता है जो दुरूपयोग कर जमा किये गये धन सम्पत्ति पर अपना भरोसा रखते हैं। इस संदर्भ में एक भाषण में आरलेस के कैसरियस ने कहा- धन एक भले आदमी को चोट नहीं पहुँचा सकता है क्योंकि वह उसे दया का भाव देता है, उसी तरह बुरे आदमी की मदद नहीं कर सकता है जब तक कि वह उसे लालचवश जमा रखता या अपव्यय कर नष्ट करता है। प्रेरित याकूब के शब्द जो कि भौतिक वस्तुओं के प्रति गहन लालसा के खिलाफ चेतावनी है, यह शक्तिशाली पुकार भी है कि इनका सदुपयोग सह्दयता और जनहित के परिप्रेक्ष्य में, हर स्तर पर हमेशा नैतिकता और स्पष्टता के साथ किया जाये।
प्रिय मित्रो, धन्य कुँवारी माता मरिया की मध्यस्थता द्वारा हम प्रार्थना करें कि हम बिना द्वेष और ईर्ष्या के हर संकेत और भले पहल में आनन्द मनायें तथा अनन्त खुशी की सतत खोज में भौतिक वस्तुओं का बुद्धिमानीपूर्वक उपयोग करें।
इतना कहने के बाद संत पापा ने देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ किया और सबको अपना प्रेरितिक आर्शीवाद प्रदान किया।








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