रोम, 1 अक्तूबर, 2012 (सीएनए) अमेरिका के नोतरेदम युनिवर्सिटी के जेस्विट फादर ब्रायन
एडवर्ड डाले को थियोलॉजी में उसके योगदान के लिये सन् 2012 का रतसिंगर पुरस्कार से पुरस्कार
दिया जायेगा।
कार्डिनल कमिल्लो रुइनी ने कहा कि "फादर डाले पैट्रिस्टिक थियोलॉजी
के महान् इतिहासकार रह हैं जिन्होंने अपना पूरा जीवन कलीसिया के मिशन में लगा दिया। उनका
जीवन शैक्षणिक उत्कृष्टता और सुसमाचार प्रचार करने की उत्सुकता का मिसाल है।"
फादर
डाले के साथ फाँसीसी दर्शनशास्त्री रेमी ब्राक को भी सन् 2012 के रतसिंगर पुरस्कार से
सम्मानित किया जायेगा।
रेमी ब्राक के बारे में बोलते हुए कार्डिनल कमिल्लो रुइनी
ने कहा कि वे एक सच्चे दर्शनशास्री होने के साथ-साथ सांस्कृतिक विचारधारा के महान इतिहासकार
हैं जिन्होंने गहरा और स्पष्ट ख्रीस्तीय और काथलिक विश्वास के साथ ऐतिहासिक दर्शन को
जोड़ने का प्रयास किया है।
फादर डाले और रेमी ब्राक को 20 अक्तूबर को धर्माध्यक्षों
की महासभा में सम्मानित किया जायेगा। पुरस्कार रूप में दोनों को 50-50 हज़ार यूरो की
राशि भी दी जायेगी। विदित हो कि फादर ब्राएन दाले नोत्रे दम युनिवर्सिटी में दर्शनशास्त्र
के अध्यापक हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई फोरडम, ऑक्सफोर्ड और फ्रंकफर्ट में प्राप्त की।
उनका पुरोहिताभिषेक सन् 1970 ईस्वी में हुअ। फादर डाले अन्तरकलीसियाई वार्ता विशेष
करके काथलिकों का ऑर्थोडॉक्स ख्रीस्तीयों के साथ संबंध में अपना विशेष योगदान दिया। उन्होंने
कई किताबे लिखीं जिनमें ‘द होप ऑफ द अरली चर्च; ए हैंडबुक ऑफ पैट्रिस्टिक मिशन ऑफ जीज़स’
प्रसिद्ध है। उन्होंने ‘कम्पानियस इन द मिशन ऑफ जीज़स’ किताब का संपादन भी किया। अंग्रेजी
की एक पत्रिका ‘कम्युनिया’ में भी उनके कई लेख छापे गये हैं। फादर डाले नाव खेने
और बॉक्सिंग के भी अधिकृत प्रशिक्षक हैं। रतसिंगर पुरस्कार जोसेफ रतसिंगर वाटिकन फाउन्डेशन
द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम हैं जिसे संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने सन् 2010 में स्वीकृति
दी है। इसका लक्ष्य है पूर्व प्रोफेसर जोसेफ रतसिंगर के लेखों का प्रकाशन, वितरण
और अध्ययन। पुरस्कार शुरुर करने के दूसरे ही वर्ष में इसे ‘ईशशास्र का नोबल पुरस्कार’
कहा जाने लगा है।