स्पोर्टस मेडिसीन प्रोफेशनल्स की बैठक के प्रतिभागियों के लिए संत पापा का संदेश
कास्तेल गोंदोल्फो 27 सितम्बर 2012 (सेदोक, वीआर वर्ल्ड) संत पापा बेनेडिक्ट सोलहवें
ने गुरूवार को कास्तेल गोंदोल्फो स्थित प्रेरितिक प्रासाद के स्विस सभागार में स्पोर्टस
मेडिसीन प्रोफेशनल्स की बैठक में भाग ले रहे लगभग 120 प्रतिनिधियों को सम्बोधित किया।
उन्होंने कहा कि लंदन ओलम्पिक और पाराओलम्पिक, शांतिपूर्ण प्रतिस्पर्द्धात्मक श्रेष्ठता
के लिए स्पोर्टस क्षमता तथा लोगों को एकता में बाँधने के लिए एथलीटों के प्रयासों का
स्पष्ट उदाहरण था। उन्होंने कहा कि स्पोर्टस हर व्यक्ति वह चाहे एथलीट हो या सामान्य
व्यक्ति, सक्षम या विकलांग उसकी सुंदरता, विशिष्टता और क्षमता को दर्शाता है। इसी कारण
से स्पोर्टस के प्रति सही, स्वस्थ समर्पित अभिगम एथलीटों के मध्य नैतिक और आध्यात्मिक
नवजागरण के लिए सहायता कर सकता है। संत पापा ने स्पोर्टस मेडिसीन के 32 वें विश्व
कांग्रेस के प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि संस्कृतियों, क्षेत्रीयता और अन्य
परिस्थितियों से परे स्पोर्टस में सबको प्रेरणा प्रदान कर सकने की क्षमता होती है। एथलीटों
की देखभाल और सहायता करने वाले उनकी शारीरिक जरूरतों से भी परे देखें क्योंकि जैसा कि
स्पोर्टस मात्र प्रतिस्पर्द्धा नहीं है उसी तरह हर स्पोर्टस परसन स्पर्द्धा में भाग लेनेवाला
प्रतिभागी मात्र नहीं है। इन स्पोर्टस परसन के नैतिक और आध्यात्मिक पहलू भी होते हैं।
संत पापा ने आगाह किया कि हर कीमत पर जीतने की भावना स्पोर्टस की सच्ची भावना का
स्थान ले रही है और इसी कारण से आधुनिक चिकित्सा या दवाओं की उपलब्धता का भी दुरूपयोग
बढा है। उन्होंने स्पोर्टस मेडिसीन विशेषज्ञों से कहा कि आप इस प्रलोभन के प्रति जागरूक
हैं इसलिए इस सम्मेलन के दौरान महत्वपूर्ण सवालों पर विचार विमर्श कर रहे हैं एथलीट जिनकी
आप सेवा करते हैं वे अनोखे और प्रतिभासम्पन्न होते हैं। एथलीटिक क्षमताओं के बावजूद एथलीटों
का आह्वान किया जाता है कि भौतिक उपलब्धियों से पहले वे नैतिक और आध्यात्मिक पूर्णता
के लिए बुलाये जाते हैं।