असम, 26 सितम्बर सन् 2012 (ऊका समाचार): असम राज्य में मसूलाधार बारिश तथा भूस्खलन की
घटनाओं के कारण लगभग 15 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। प्राप्त समाचारों के अनुसार ब्रह्मपुत्र
नदी तथा उसकी उपनदियाँ निरन्तर बढ़ती जा रहीं हैं जिससे असम के 16 ज़िलों तथा 1,972 गाँवो
में जनजीवन प्रभावित हुआ है तथा दस लाख से अधिक लोगों को अपना घरबार छोड़ने के लिये बाध्य
होना पड़ा है। कामरूप ज़िले के ज़िलाधीश एस. विश्वनाथन ने बताया कि नदी का वर्तमान
स्तर ख़तरनाक संकेत पार कर गया है तथा इसी प्रकार यदि यह बढ़ता रहा तो हज़ारों लोगों
की जान ख़तरे में पड़ जायेगी। उन्होंने बताया कि मंजूली में अनेक भवन, जिनमें नौ
मठ तथा 40 शिक्षण संस्थान शामिल हैं, नदी के पानी में जलमग्न हो गये हैं। असम राज्य
में कुल मिलाकर 166 राहत शिविर लगाये गये हैं ताकि बाढ़ पीड़ितों को शरण प्रदान की जा
सके। इन शिविरों में 2,31000 लोग शरण ले रहे हैं किन्तु बहुत से लोगों के लिये किसी भी
प्रकार का इन्तज़ाम नहीं किया जा सका है। सरकारी आँकड़ों के अनुसार विगत दिनों की
वर्षा और बाढ़ के कारण उत्तर-पूर्वी राज्यों में कम से कम 33 लोगों की मृत्यु हो गई है
तथा कई लोग लापता हैं। इसके अतिरिक्त दस लाख लोग बेघर और विस्थापित हो गये हैं।