कटक, 22 सितंबर, 2012 (एशियान्यूज़) सन् 2008 में ओडिशा के कंधमाल में हुए ईसाई-विरोधी
हमले में हुए तथाकथित बलात्कार की शिकार काथलिक नन ने बलात्कार आरोपियों को पहचान नहीं
कर पायी। विदित हो कि हाल में में नरायण मोहन्ती और अपूर्व रावत को कटक सर्कल जेस
चौद्वार लाया गया था। ‘टीआईपी’ ‘थीप आइडेन्टीफीकेशन परेड’ का आयोजन उड़ीसा उच्च न्यायालय
के निर्देश पर कटक में किया गया था। ज्ञात हो कि क्राइम ब्राँच के अधिकारियों ने
उन दोनों अभियुक्तों को मई महीने में गिरफ़्तार किया था। उनकी गिरफ़्तारी से इस बलात्कार
केस में अभियुक्तों की संख्या 28 हो गयी है। क्राइम ब्रांच के ने टीआईपी बालीगुडा
में करवाने का निर्देश दिया था पर काथलिक नन ने इसका विरोध किया इसलिये इस चौद्वार जेल
में किया गया। ज्ञात हो कि इसी उप मंडल न्यायिक मजिस्ट्रेट कार्यालय में बलात्कार
केस की सुनवाई हो रही है। अब तक तीन परेड हुए है चौद्वार जेल में ही सम्पन्न हुए हैं।
5 जनवरी, सन् 2009 में पहला 23 जून, 2009 में दूसरा और 31 जुलाई सन् 2010 में तीसरा परेड
कराया गया था। मालूम हो कि कंधमाल में सन् 2008 में हुए स्वामी लक्ष्मनान्दा की हत्या
के बाद भड़की ईसाई विरोधी हमलों में के. नुँवागाँव में नन के साथ कथित रूप से बलात्कार
किया गया था।