कार्डिनल फोरतुनातो बालदेल्ली के निधन पर संत पापा की शोक संवेदना
कास्तेल गोंदोल्फो 21 सितम्बर 2012 (सेदोक) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने अपोस्तोलिक
पेनिटेन्सियरी के सेवानिवृत्त पेनिटेंसियरी मेजर कार्डिनल फोरतुनातो बालदेल्ली का 20
सितम्बर को 77 वर्ष की आयु में निधन हो जाने पर स्वर्गीय कार्डिनल बाल्देल्ली के भाई
पियेतरो बाल्देल्ली को शोक संवेदना का तारसंदेश प्रेषित किया। संत पापा ने स्वर्गीय
कार्डिनल बालदेल्ली द्वारा प्रदर्शित ईसाई और पौरोहितिक जीवन के आदर्श साक्ष्य तथा होली
सी के लिए उनके द्वारा समर्पित निष्ठापूर्ण सेवा का स्मरण किया। परमधर्मपीठ के कूटनैतिक
विभाग में शामिल होकर कार्डिनल बालदेल्ली ने विभिन्न देशों में वाटिकन के राजदूतावासों
में काम किया। उनके प्रेरितिक उत्साह और सुसमाचार के प्रति निष्ठा की सर्वत्र सराहना
की जाती थी। 6 अगस्त 1935 को इटली के पेरूजा प्रांत के वालफबरिका में जन्मे कार्डिनल
फोरतुनातो बाल्देल्ली ने पौरोहितक बुलाहट को महसूस करते हुए असीसी स्थित सेमिनरी में
1947 को प्रवेश किया। उनके माता पिता का निधन हो जाने से उनके भाईयों और उम्बरा के धर्माध्यक्ष
पलाचिदो निक्कोलीनी ने उनकी बहुत सहायता की। वे 18 मार्च 1961 को असीसी महागिरजाघर में
पुरोहित अभिषिक्त किये गये। कार्डिनल बाल्देल्ली ने 1966 में वाटिकन की कूटनैतिक
सेवा में प्रवेश किया। उन्होंने अंगोला, साओ तोमे, दोमिनिकन गणराज्य, प्यूरतो रिको, पेरू
और फ्रांस में वाटिकन के राजदूतावासों में कूटनैतिक सेवा अर्पित किये। वे 2 जून 2009
को संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा पेनिटेंसियरी मेजर बनाये गये थे तथा 5 जनवरी 2012
को इस पद से मुक्त कर दिये गये थे। वे 20 नवम्बर 2012 को संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा
कार्डिनल बनाये गये थे। कार्डिनल फोरतुनातो बाल्देल्ली का निधन हो जाने से अब कार्डिनल
मंडल में कार्डिनलों की संख्या 205 रह गयी है जिसमें 80 वर्ष से कम आयु के 117 कार्डिनल
हैं तथा 88 कार्डिनल 80 वर्ष से अधिक आयु के होने के कारण नये संत पापा के चुनाव में
मतदान नहीं कर सकते हैं।