कास्तेल गोदोल्फो रोम 20 सितम्बर 2012 (सेदोक) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कास्तेल
गांदोल्फो स्थित ग्रीष्मकालीन प्रेरितिक प्रासाद के स्विस सभागार में पिछले वर्ष नियुक्त
किये गये धर्माध्यक्षों को 20 सितम्बर को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि नवीन सुसमाचार
प्रचार की चुनौतियों के लिए प्रत्येक विश्वासी का आह्वान किया जाता है। धर्माध्यक्षों
को निर्भयतापूर्वक जीवन के हर क्षेत्र के लोगों को आमंत्रित करना चाहिए कि वे येसु के
साथ साक्षात्कार करें तथा अपने विश्वास को सुदृढ़ करें।
धर्माध्यक्षों के लिए
गठित परमधर्मपीठीय परिषद ने पिछले वर्ष नियुक्त किये गये धर्माध्यक्षों के लिए प्रशिक्षण
शिविर का आयोजन किया।
विश्व के पाँचों महाद्वीपों से आये लगभग 120 धर्माध्यक्षों
को संत पापा ने स्मरण कराया कि सार्वभौमिक माता कलीसिया के लिए उनके मन में विशेष जगह
हो, वे विश्वास की एकता की रक्षा और प्रसार करें। उन्होंने कहा कि विश्वास या धर्म को
निष्ठावान साक्ष्य की जरूरत है। विश्वास के प्रथम साक्षी धर्माध्यक्ष हैं तथा लोगों की
सेवा कर सकते हैं जब वे सबसे पहले ईश्वर के सेवक हैं। नवीन सुसमाचार प्रचार के साहसी
उदघोषक या संदेशवाहक बनें।
नवीन सुसमाचार प्रचार पर अकटूबर माह में आयोजित
होनेवाली विश्व के धर्माध्यक्षों की आगामी धर्मसभा का संदर्भ देते हुए संत पापा ने कहा
कि सुसमाचार प्रचार का काम न केवल कुछ विशेषज्ञों का लेकिन ख्रीस्त में बपतिस्मा प्राप्त
हर विश्वासी का है।
50 वर्ष पूर्व आरम्भ हुए द्वितीय वाटिकन महासभा को नवीन
सुसमाचार प्रचार का आरम्भ तथा नया पेंतेकोस्त कहते हुए संत पापा ने धर्माध्यक्षों से
कहा कि वे सबको प्रयास करने के लिए प्रोत्साहन देते हैं कि प्रत्येक जन अपनी आयु और जीवन
परिस्थिति के अनुसार विश्वास या धर्म के अपरिहार्य तत्वों को इसकी समग्रता में पाये,
उन्हें अपनायें ताकि भूमंडलीकृत और तकनीकियों से भरे विश्व के द्वारा प्रस्तुत सवालों
का प्रत्युत्तर दे सकें।