लेबनान, 17 सितंबर, 2012 (बीबीसी) हिज़्बुल्ला ने मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने
वाली फ़िल्म को लेकर सोमवार को नए सिरे से विरोध करने का आह्वान किया है। लेबनान के
चरमपंथी गुट हिज़्बुल्ला का कहना है कि इस्लाम का अपमान करने वाली फ़िल्म के लिए अमरीका
को ज़िम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। शेख हसन नसरुल्ला ने कहा कि विश्व को ये जानने की
ज़रुरत हैं कि मुसलमान, “इस तौहीन पर शांत नहीं बैठेंगे।” शेख नसरुल्ला ने कहा कि
उन्होंने इस मुद्दे पर बोलने से पहले पोप की तीन दिवसीय लेबनान यात्रा खत्म होने का इंतज़ार
किया है। अमरीका में बनी फ़िल्म के विरोध में विश्व भर में अमरीकी दूतावासों के सामने
विरोध प्रदर्शन जारी है। हिज़्बुल्ला के ‘अल मनार टीवी’ पर प्रसारित किए गए भाषण में
शेख नसरुल्ला ने कहा कि आगामी हफ़्ते में कई दिनों तक प्रदर्शन करें। "जो इस फ़िल्म
को बनाने के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं और जो लोग इस फ़िल्म का समर्थन कर रहे हैं
या उन लोगों को बचा रहे हैं, उनके खिलाफ़ मामला चलाया जाए, उन्हें सज़ा दी जाए और उनका
बहिष्कार किया जाए।" हिज़बुल्ला नेता शेख नसरउल्ला ने पहला प्रदर्शन सोमवार दोपहर
को हिज़्बुल्ला का गढ़ माने जाने वाले बेरुत के दक्षिण उपनगरीय इलाके में होगा> लेबनान
में इस फ़िल्म को लेकर पिछले दिनों प्रदर्शन हुए हैं लेकिन इनमें से अधिकतर प्रदर्शन
सुन्नी मुसलमान बहुल उत्तरी शहर त्रिपोली में हुए हैं। वही हॉलैंड के इस्लाम विरोधी
नेता गीर्ट वाइल्डर ने ये विवादास्पद फ़िल्म अपनी वेबसाइट पर उपलब्ध करवाया है। हॉलैंड
की फ्रीडम पार्टी के नेता गीर्ट ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के आधार पर इस फ़िल्म को
वेबसाइट पर डालने के फैसले का बचाव किया है। इस लिंक को वेबसाइट के पहले पन्ने पर दिखाया
गया है। हॉलैंड के संसदीय चुनाव में पिछले ही दिनों दक्षिणपंथी फ्रीडम पार्टी को हार
का सामना करना पड़ा था और इसके कुछ दिन बाद ही उनके द्वारा ये कदम उठाया गया। गीर्ट
वाइल्डर मुस्लिम विरोधी राजनीतिक बदलावों की मांग को लेकर ही सुर्खियों में आए थे। मध्य
पूर्व में रह रहे हॉलैंड के नागरिकों में इस कदम को लेकर रोष है। ट्विटर पर लोगों ने
कहा है कि फ्रीडम पार्टी ने मध्यपूर्व में रह रहे हज़ारों हॉलैंड नागरिकों की ज़िंदगी
को खतरे में डाल दिया है।