बैरूतः सन्त पापा ने की सिरियाई लोगों के साहस की सराहना
बैरूत, 16 सितम्बर सन् 2012 (सेदोक): लेबनान के बैरूत शहर के निकटवर्ती बेरके में, शनिवार
को, एकत्र लेबनान के लगभग 30,000 युवाओं में लगभग 300 सिरिया एवं ईराक के युवा भी शामिल
थे। इन्हें सम्बोधित करते हुए सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कहा कि सिरिया के लोगों
के साहस कि वे सराहना करते हैं तथा संकट में पड़े लोगों को कभी भी नहीं भूलते हैं। सन्त
पापा ने कहा, "मैं यह कहना चाहता हूँ कि आपके साहस की मैं कितनी प्रशंसा करता हूँ।" फ्रेंच
भाषा में उन्होंने कहा, "अपने परिवारों एवं मित्रों को आप बतायें कि सन्त पापा उन्हें
नहीं भूलें हैं। अपने इर्द गिर्द रहनेवालों से आप कहें कि उनके उत्पीड़न से सन्त पापा
अत्यन्त दुखी हैं।" सिरिया में सरकारी सेना और क्रान्तिकारी दलों के बीच विगत 18 माहों
से जारी संघर्ष के चलते कई हज़ार लोगों ने सिरिया से पलायन कर लिया है। इनमें से 70,000
सिरियाई शरणार्थियों को लेबनान शरण दे रहा है। सिरिया की कुल आबादी दो करोड़ बीस
लाख है जिनमें दस प्रतिशत ख्रीस्तीय धर्मानुयायी हैं जो युद्धग्रस्त इस्लामी दलों के
बीच स्वतः को कमज़ोर महसूस कर रहे हैं। सिरियाई हिंसा की शुरुआत के बाद से हज़ारों ख्रीस्तीयों
ने देश से पलायन कर लिया है विशेष रूप से होम्स शहर के निकटवर्ती हमीदिये तथा बस्तान
दीवान ख्रीस्तीय बहुल अंचलों के कई ज़िलों से ख्रीस्तीय लोग अपने घरों का परित्याग कर
चुके हैं।