नई दिल्ली, 12 सितम्बर सन् 2012 (ऊका समाचार): अखिल भारतीय ख्रीस्तीय समिति ने
तमिल नाडू के कूदनकूलन परमाणु संयत्र के विरोध प्रदर्शनों के दौरान पुलिस की बर्बरता
एवं पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की कड़ी निन्दा की है। ख्रीस्तीय
समिति ने केन्द्रीय सरकार, राज्य सरकार तथा मद्रास हाईकोर्ट का आह्वान किया कि वे पुलिस
की कार्रवाई पर रोक लगाने हेतु हस्तक्षेप करें। एक प्रेस वकतव्य जारी कर अखिल भारतीय
ख्रीस्तीय समिति ने मांग की कि मद्रास हाई कोर्ट अपनी ओर से "सुओ मोतो" आदेश जारी कर
पुलिस को आदेश दे कि वह लोगों को बिजली, पानी, भोजन एवं दूध की आपूर्ति का आश्वासन दे
जो, इस समय, पुलिस के निषेधक आदेशों के कारण बाधित है। राज्य सरकार का ख्रीस्तीय
समिति ने आह्वान किया कि वह परमाणु संयत्र के विरुद्ध आरम्भ जनअभियान पर बलप्रयोग के
बजाय अभियान के नेताओं से बातचीत कर शांतिपूर्ण समाधान ढूँढ़े। इस बीच, इदिनथाकरी
में मंगलवार को पुलिस की बर्बरता पर ख्रीस्तीय नेताओं ने शोक जताया है। सामाजिक कार्यकर्त्ता
फादर एक्स.डी. सेल्वाराज ने एशिया समाचार से कहा कि पुलिस शांतिपूर्ण प्रदर्शन करनेवाले
लोगों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कर रही है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को पुलिस
ने आँसू गैस छोड़ी, लाठी चार्ज किया तथा गोलियाँ चलाई। मुठभेड़ में दो प्रदर्शनकारियों
की जान चली गई तथा एक गिरजाघर क्षतिग्रस्त हो गया है।