2012-09-10 12:45:18

रोमः ईश्वर के दस हुक्म शांति की ओर अग्रसर मार्ग, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें


रोम, 10 सितम्बर सन् 2012 ( सेदोक): सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कहा है कि मूसा द्वारा हम तक पहुँचाये गये ईश्वर के दस हुक्म शांति की ओर अग्रसर मार्ग है।
नये सिरे से सुसमाचार उदघोषणा हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के तत्वाधान में रोम महानगर के दस चौकों में 08 सितम्बर को, "दस हुक्मों के लिये दस चौक" शीर्षक से एक नई पहल आरम्भ की गई।
शनिवार 08 सितम्बर को सबसे पहला समारोह रोम के "पियात्सा देल पोपोलो" चौक में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने एक विडियो सन्देश द्वारा चौक में एकत्र लोगों को सम्बोधित किया।
इटली के विभिन्न शहरों एवं महानगरीय चौकों में आयोजित काथलिक धर्मशिक्षा सत्रों में भाग लेने वाले सभी लोगों का अभिवादन करते हुए सन्देश में सन्त पापा ने कहा, "सिनई पर्वत पर, दस नियमों को लेकर, यहूदी लोगों के इतिहास में प्रवेश कर ईश्वर ने सम्पूर्ण मानव जाति के इतिहास में प्रवेश किया तथा दस नियमों द्वारा शांति का मार्ग सुझाया।"
सन्त पापा ने कहा कि नबी मूसा द्वारा मानवजाति को प्रदत्त दस नियम वह " नीति संहिता" है जो, पवित्र एवं न्यायी, ईश्वर सहित समाज के निर्माण में योगदान देती तथा ईश्वर एवं मानव के बीच सम्बन्ध को सम्भव बनाती है। उन्होंने कहा कि ईश्वर के दस नियमों का पालन कर व्यक्ति न्याय एवं शांति पर आधारित समाज का निर्माण करने में सक्षम बनता है।
सन्त पापा ने कहा कि ईश्वर रहित वर्तमान समाज के परिप्रेक्ष्य में ईश्वर के दस नियमों की शरण जाना हितकर है क्योंकि ये नियम मनुष्य को यथार्थ स्वतंत्रता एवं यथार्थ प्रेम का मर्म समझाते हैं।









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