नेपाल 6 सितम्बर 2012 (ऊकान) नेपाल के काठमांडू में स्थित क्लूनी धर्मसमाज की धर्मबहनों
के आवास में प्रवेश कर 6 नकाबधारी लोगों ने डकैती की तथा मोबाइल फोन, कैमरा और सात लाख
रूपये लेकर चलते बने। 75 वर्षीय धर्मबहन इमेल्डा गुरूंग ने बताया कि डकैतों ने चार
धर्मबहनों और एक सहायिका को एक कमरे में ले जाकर हल्ला करने पर दुष्परिणाम की धमकी दी।
कान्वेंट की सुपीरियर 63 वर्षीय सिस्टर विनिफ्रेड मुखिया ने कहा कि अंगुली में पहने उनके
धर्मसमाजी जीवन के प्रतीक अंगूठी को भी डकैत ले गये। कान्वेंट के लैपटाप को डकैतों ने
संभवतः यह सोचकर छोड़ दिया कि इसे पुनः बेचने में उन्हें कठिनाई होगी। बताया गया
है कि रूपये स्कूल के स्टाफ को वेतन देने तथा विद्यालय की मरम्मत के लिए रखे गये थे।
पुलिस डकैतों द्वारा छोड़े गये साक्ष्यों की तलाश की। सेन्ट्रल काठमांडू से 15 किलोमीटर
की दूरी पर स्थित कान्वेंट के सुरक्षाकर्मी ध्रुव बुडाथोकी ने बताया की डकैत नशे में
थे। उन्होंने उसे खुखरी की नोक पर अपने कब्जे में लेकर उनके मुँह को तकिया के कवर से
बंद कर दिया। उसने बताया कि बोटानिकल गार्डन के निकट स्थित यह क्षेत्र शांतिपूर्ण इलाका
होता था लेकिन अब पिकनिक जानेवाले लोगों को भी दिन दहाड़े लूट या डकैती का शिकार होना
पड़ता है। क्लूनी सिस्टर्स जिन्में से अधिकांश भारत के दार्जिलिंग क्षेत्र की नेपाली
मूल की हैं वे पूर्वी नेपाल तथा काठमांडू में विद्यालयों का संचालन कर पठन पाठन का काम
करती हैं। उन्होंने विगत पाँच वर्षो में मध्य पश्चिम नेपाल के हेताऊदा, गोरखा और पोखरा
में अपने शिक्षण काम का विस्तार किया है।