अहमदाबादः गुजरात दंगों में हालिया फैसला बढ़ायेगा मुसलमानों का हौसला
अहमदाबाद, 03 सितम्बर सन् 2012 (ऊका): पर्यवेक्षकों का कहना है कि गुजरात में सन् 2002
के दंगों के दौरान नारोड़ा पाटिया हत्याकाण्ड में पूर्व मंत्री माया कोडनानी एवं 32 लोगों
को सुनाई गई सज़ा वर्षों से न्याय के लिये संघर्षरत मुसलमानों का हौसला बुलन्द करेगी।
अहमदाबाद में येसु धर्मसमाजी मानवाधिकार केन्द्र के निदेशक फादर सेडरिक प्रकाश ने
कहा, "फैसला, गुजरात दंगों के पीड़ितों तथा कई वर्षों से सत्य एवं न्याय हेतु संघर्ष
करनेवालों के लिये, निश्चित्त रूप से, प्रोत्साहन देनेवाला है।" गुजरात के नरोडा
पाटिया हत्याकाण्ड में अहमदाबाद की एक विशिष्ट अदालत ने मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की
सरकार में मंत्री रह चुकी मायाबेन कोडनानी और बजरंग दल के नेता बाबू बजरंगी समेत 32 लोगों
को दोषी ठहराया है। मुजरिमों पर दंगों की साजिश रचने, हत्या करने, तथा आगजनी और हथियारों
से घायल करने के भी आरोप हैं। सन् 2002 में साबरमती एक्सप्रेस काण्ड के बाद हुए
भड़के गुजरात दंगों में लगभग 790 मुसलमान मारे गये थे। नारोडा पाटिया में 95 मुसलमानों
को मार डाला गया था। सन् 2002 में पूर्व मंत्री माया कोडनानी विधायक थीं। सन् 2009
में हत्याकाण्ड के सिलसिले में गिरफ्तार होने के बाद उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे
दिया था।