जेनफेस्ट 2012 के प्रतिभागियों के लिए संत पापा का संदेश
वाटिकन सिटी 1 सितम्बर 2012 (सेदोक) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने हंगरी के बुडापेस्ट
में फोकोलारे अभियान के तत्वाधान में 31 अगस्त से 2 सितम्बर तक आयोजित जेनफेस्ट 2012
के युवा प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ देते वाटिकन राज्य सचिव के माध्यम से एक संदेश भेजा
है। उन्होंने कार्डिनल बेरतोने द्वारा हस्ताक्षरित संदेश में कहा कि यह शहर अनेक
स्तरों पर उल्लेखनीय प्रतीक है उन प्रेरणाओं का जो असंख्य युवाओं को लेटस ब्रिज शीर्षक
के तहत समारोह मनाने के लिए एक साथ लाता है। डैन्यूब नदी पर बने अनेक पुल या सेतु , बुडा
और पेस्ट की भूतपूर्व बस्तियों को जोड़ने का काम कर लोगों के मध्य एकता लाये थे लेकिन
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नष्ट हो गये थे। त्रासदीपूर्ण संघर्षों की राख से पुनः
सुदृढ़ बुनियादों पर शांति का निर्माण करने का संकल्प उत्पन्न हुआ और एक संकल्प जो फोकोलारे
अभियान की स्थापना के लिए प्रेरक कारक था। डैन्यूब नदी पर फिर से पुलों या सेतुओं का
निर्माण किया गया तथा अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने संभावित भावी संघर्षों को उत्पन्न करनेवाली
परिस्थितियों को हमेशा के लिए समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया।
संत
पापा ने कहा कि यद्यपि बुडापेस्ट भी अन्य पूर्वी यूरोप के देशों के समान तानाशाही शासन
के अत्याचार से अनेक वर्षों तक पीडित रहा लेकिन स्वतंत्रता और शीतयुद्ध की समाप्ति के
बाद बंधुत्वपूर्ण सहयोग के लिए नवीन संभावनाएं रही हैं। यह सुंदर शहर आशा का चिह्न हो
जो उपस्थित सब युवाओं को प्रेरणा प्रदान करे ताकि वे अन्य पृष्ठभूमियों और संस्कृतियों
के लोगों के साथ मैत्री का हाथ इस तरह बढ़ायें जो एकता और शांति से पूर्ण शहर की रचना
करे एवं कुछ हद तक ईश्वर के अविभाजित स्वर्गिक शहर का पूर्वाभास दे।
इन मंगलकामनाओं
के साथ संत पापा ने जेनफेस्ट 2012 के प्रतिभागियों के लिए दीर्घकालीन शांति और आनन्द
की कामना करते हुए सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।