वाटिकन सिटी 1 सितम्बप 2012 (सेदोक) इटली में मिलान के सेवानिवृत्त येसु धर्मसमाजी महाधर्माध्यक्ष
कार्डिनल कारलो मारिया मारतिनी का 31 अगस्त को मिलान के गल्लाराते स्थित येसुधर्मसमाजी
निवास में निधन हो गया। पार्किन्सन बीमारी से पीडित 85 वर्षीय कार्डिनल मारतिनी के स्वास्थ्य
में तेजी से गिरावट का समाचार प्राप्त होने पर 30 अगस्त को मिलान के महाधर्माध्यक्ष आंजेलो
स्कोला ने महाधर्मप्रांत के विश्वासियों से उनके लिए प्रार्थना करने का आग्रह किया। स्वर्गीय
कार्डिनल मारतिनी मिलान महाधर्मप्रांत के विश्वासियों में बहुत लोकप्रिय थे तथा इटली
के लोगों के मध्य विख्यात रहे।
15 फरवरी 1927 को तुरीन में जन्मे कारलो मारिया
मारतिनि 17 वर्ष की आयु में सन 1944 को येसुधर्मसमाज में प्रवेश किये तथा 13 जुलाई 1952
को पुरोहित अभिषिक्त हुए। उन्होंने परमधर्मपीठीय बिबलिकल इंस्टीच्यूट में अनेक वर्षों
तक डीन और फिर ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय में रेक्टर के रूप में सेवा अर्पित किया। वे
संत पापा जोन पौल द्वितीय द्वारा 29 दिसम्बर 1979 को मिलान का महाधर्माध्यक्ष नियुक्त
किये गये तथा 6 जनवरी 1980 को मिलान महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष अभिषिक्त हुए। वे
2 फरवरी 1983 को कार्डिनल बनाये गये। उन्होंने मिलान महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष
पद पर 11 जुलाई 2002 तक लगभग 22 वर्षों तक सेवा अर्पित करने के बाद अपना समय येरूसालेम(होली
लैंड, पवित्र भूमि) में व्यतीत किया तथा सन 2008 में पुनः इटली लौट आये ताकि पार्किन्सन
बीमारी की चिकित्सा सेवा उपलब्ध हो सके। स्वर्गीय कार्डिनल मारतिनी अपने जीवन के अंतिम
वर्षो में मिलान शहर के गल्लाराते स्थित येसुधर्मसमाजियों के निवास में रहे। वे बाइबिल
तथा ईशशास्त्र के विशेषज्ञ थे उन्होंने 40 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया। वे 11 भाषाएँ
जानते थे।
स्वर्गीय कार्डिनल मारतिनी ये.स. का शव विश्वासियों के दर्शन के
लिए मिलान के महागिरजाघर में रखा गया है। उनकी अंत्येष्टि धर्मविधि सोमवार 3 सितम्बर
को मिलान महाधर्मप्रांत के महागिरजाघर में स्थानीय समयानुसार अपराह्न 4 बजे सम्पन्न होगी।