वाटिकन रेडियो 31 अगस्त 2012 (वी आर वर्ल्ड) विश्व ने लापता या गुमशुदा हुए लोगों
का अंतरराष्ट्रीय दिवस 30 अगस्त को मनाया । इस दिन विश्व भर के उन असंख्य लोगों का स्मरण
किया गया जिनकी गुमशुदगी आकस्मिक परिस्थितियों में या सशस्त्र संघर्षों के कारण हुई।
रेड क्रास की अंतरराष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी) के अनुसार अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी
कानूनों के अनुसार अधिकारियों का दायित्व है कि उन्हें प्राप्त शक्ति के तहत वह सब करें
ताकि गुमशुदा व्यक्ति की स्थिति का निर्धारण कर सकें। इसके लिए और अधिक समर्पण की जरूरत
है ताकि गुमशुदा व्यक्तियों के परिवारों की सहायता की जा सकें जो दैनिक जीवन में कई तरह
की कठिनाईयों का सामना करते हैं। गुमशुदा व्यक्तियों के परिवारों के लिए आईसीआरसी
की गतिविधियों की प्रमुख मारियाने पोकासाऊ ने कहा कि जीवित या मृत,गुमशुदा व्यक्तियों
से जुड़े लोग अनिश्चितता का जीवन जी रहे हैं। गुमशुदा होने का कितना भी समय बीत चुका
है प्राप्त अधिकार और ताकत के तहत अधिकारियों को यथासंभव प्रयास करनी चाहिए कि गुमशुदा
व्यक्ति के बारे में जानकारी पायें और परिवारों को सूचनाएँ उपलब्ध करायें। इस दौरान प्रभावित
परिवारों को दैनिक चुनौतियों का सामना करने के लिए जरूरी सहायता और समर्थन उपलब्ध करायी
जानी चाहिए।