कोलकाता, 27 अगस्त सन् 2012 (ऊका): कोलकाता में मिशनरीज़ ऑफ चेरिटी धर्मसंघ ने, विशिष्ट
प्रार्थनाएँ अर्पित कर, 27 अगस्त को मदर तेरेसा की 103 री जन्मतिथि मनाई। धर्मसंघ
अध्यक्षा सि. प्रेमा ने कहा कि सभी लोग "नालियों की सन्त" धन्य मदर तेरेसा की शिक्षाओं
को याद करते हैं तथा उनकी आशीष की कामना करते हैं। उन्होंने कहा, "ईश्वर ने विश्व
को मदर तेरेसा का वरदान दिया ताकि विश्व का प्रत्येक व्यक्ति समझ सके कि वह ईश प्रेम
का पात्र है, ईश्वर की सन्तान है तथा आपस में सब मनुष्य एक दूसरे के भाई बहन हैं।" सि.
प्रेमा ने सभी लोगों से आग्रह किया कि धन्य मदर तेरेसा की शिक्षाओं पर वे चलें तथा उनके
प्रेम एवं दया के सन्देश को जन जन में फैलायें। पाँच सितम्बर, सन् 1997 को 87 वर्ष
की आयु में मदर तेरेसा का निधन हो गया था। सन् 1929 ई. में, 18 वर्ष की आयु में,
मदर तेरेसा भारत पहुँची थी। सन् 1948 ई. में उन्होंने भारत की नागरिकता भी ग्रहण कर ली
थी। समाज के प्रति अपनी निःस्वार्थ सेवा के लिये मदर तेरेसा ने कई राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय
पुरस्कार प्राप्त किये थे। इन पुरस्कारों में, भारत रत्न, सन् 1962 में मैगसेसे,
सन् 1971 में सन्त पापा जॉन 23 वें शांति पुरस्कार, सन् 1971 में ही जॉन एफ. केनेडी अन्तरराष्ट्रीय
पुरस्कार तथा सन् 1979 में नोबेल शांति पुरस्कार शामिल हैं।