2012-08-25 17:29:15

सम्पादकों के नाम पत्र लिखने के लिए पुरोहित और धर्मबहन सम्मानित


इंदौर मध्यप्रदेश 25 अगस्त 2012 (ऊकान) विभिन्न समाचार पत्रों के सम्पादकों को पत्र लिखना कुछ लोगों के लिए शौक है जबकि कुछ धर्मसमाजियों के लिए यह सुसमाचार प्रसार का साधन है।

होली क्रास धर्मबहन लीमा वर्गीस और खंडवा धर्मप्रांत के फादर जोय पारापल्ली उन लोगों में शामिल हैं जिनके द्वारा संपादकों को भेजे गये 100 से अधिक पत्र एक साल की अवधि में विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित हुए। उन्होंने भ्रष्टाचार, अन्याय और भारतीय समाज को प्रताड़ित कर रही सामाजिक बुराईयों पर सम्पादकों को पत्र लिखे।

इन दोनों धर्मसमाजियों की अद्वितीय प्रेरिताई के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने के लिए इंदौर स्थित यूनिवर्सल सोलिडारिटी मूवमेंट (यूएसएम) के मुख्यालय में शुक्रवार को एक समारोह का आयोजन किया गया।

खंडवा के धर्माध्यक्ष देवप्रसाद गनावा ने दोनों धर्मसमाजियों को सम्मानित करते हुए कहा कि कलीसियाई लोगों के पास उदघोषणा करने के लिए बहुत कुछ है लेकिन उन्होंने अपने चारों ओर दीवारें बना ली हैं। हम बोलने, लिखने तथा अपनी कथाओं को दूसरों के साथ बाँटने के लिए डरते हैं। जब चर्च के कुछ सदस्य खुलापन और पारदर्शिता के लिए कुछ सकारात्मक कदम उठाते हैं तो अन्य सदस्य न तो देखना, न जानना और न ही समझना चाहते हैं।

सम्मान ग्रहण करते हुए सिस्टर वर्गीस और फादर पारापल्ली ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस साधन के द्वारा कलीसियाई जन बहुत ही प्रभावशाली नबूवती भूमिका निभा सकते हैं।

67 वर्षीय सिस्टर वर्गीस सिस्टर्स औफ द होली क्रास धर्मसमाज की लखनऊ प्रोविंश की सेवानिवृत्त धर्मबहन हैं जो इस समय इंदौर धर्मप्रांत में काम कर रही हैं। उन्होंने अपने जीवन का अधिकांश समय प्रोफेशनल नर्स के रूप में लोगों की सेवा करते हुए व्यतीत किया और सेवानिवृत्ति के बाद सन 2011 में यूनिवर्सल सोलिडारिटी मूवमेंट से जुड़ गयीं। उन्होंने कहा कि उन्हें लिखने की आदत या लेखन में दक्षता नहीं है लेकिन यूनिवर्सल सोलिडारिटी मूवमेंट के संस्थापक और निदेशक लेखक और वक्ता फादर वर्गीस अलेंगाडेन से प्रेरणा पाकर उन्होंने विभिन्न समाचार पत्रों के सम्पादकों के नाम पत्र लिखने का चुनौतीपूर्ण मिशन शुरू किया। उन्होंने एक साल में 200 से अधिक पत्र विभिन्न समाचार पत्रों के सम्पादकों के नाम प्रेषित किये जिन्में से 130 पत्र समाचार पत्रों में छापे गये।

खंडवा के तपोवन आश्रम के प्रभारी फादर पारापल्ली ने कहा कि उन्होंने हाल ही में समाचारपत्रों को लिखना आरम्भ किया और एक साल में उनके 100 से अधिक पत्र प्रकाशित किये गये। उन्होंने युवा धर्मसमाजियों को प्रोत्साहन देते हुए कहा कि लिखने का साहस करें तथा आलसी नहीं बनें।

यूनिवर्सल सोलिडारिटी मूवमेंट (यूएसएम) लोगों को राष्ट्रीय सदभावना और शांति के लिए नेतृत्व करने हेतु प्रशिक्षित करती है तथा प्रशिक्षुओं से माँग करती है कि वे विभिन्न समाचार पत्रों के सम्पादकों को पत्र लिखें और इस तरह से जनता के साथ संवाद करने और जनमत तैयार की दक्षता में बढें।









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