पाकिस्तान में ईशनिन्दा के आरोप में कैद बालिका को मुक्त कराने के प्रयास जारी
वाटिकन सिटी 24 अगस्त 2012 (सीएनएस) पाकिस्तान में अल्पसंख्यक मामलों के लिए प्रधानमंत्री
के विशेष सलाहकार पौल भटटी ने कहा कि पाकिस्तान में धार्मिक नेता और संस्थाएं मिलकर काम
कर रही हैं ताकि ईशनिन्दा के आरोप में कैद ईसाई बालिका की रिहाई हो सके और इस घटना के
कारण मुसलमान तथा ईसाईयों के मध्य संभावित हिंसा के खतरे को कम किया जा सके। उन्होंने
23 अगस्त को फीदेस समाचार सेवा से कहा कि जो लोग बालिका की रिहाई के लिए काम कर रहे हैं
उन्में मुसलमान नेता भी शामिल हैं। फीदेस समाचार सेवा की रिपोर्ट के अनुसार 11 वर्षीय
रिमसा मसीह डाउन सिनद्रोम से पीडित है। इस आरोप पर था कि उसके पास पाक कुरान के कुछ जले
पन्ने थे। सैकड़ों क्रद्ध मुसलमानों के जमा होने के कारण 18 अगस्त को पुलिस ने बालिका
को अपने संरक्षण में लिया। इस्लामाबाद के उमारा जफर स्लम इलाके में रहनेवाले सैकड़ों
निर्धन ईसाई परिवारों ने हिंसा के भय से अपना घर छोड़ दिया. पाकिस्तान में काथलिक
नेताओं तथा मानवाधिकार कार्यकर्त्ताओं ने कहा कि देश का ईश निन्दा कानून जिसमें पैगम्बर
मुहम्मद के खिलाफ अपर्कीति करने के लिए मौत की सज़ा तथा पाक कुरान के खिलाफ अपराध के
लिए आजीवन कारावास की सजा दिया जाने का प्रावधान है, इस कानून का देश में ईसाईयों और
अन्य अल्पसंख्यक समुदायों को प्रताड़ित करने के लिए बहुधा दुरूपयोग किया जाता है।