रिमिनी, 22 अगस्त सन् 2012 (ज़ेनित): इटली के रिमिनी शहर में जारी 33वें मैत्री सम्मेलन
में बोलते हुए साईप्रस के महाधर्माध्यक्ष क्रिज़ोसतोमोस द्वितीय ने बताया कि तुर्की अधिकृत
साईप्रस में कई गिरजाघरों को अपवित्र कर दिया गया है तथा उनके स्थान पर संग्रहालय या
भडार गृह बना दिये गये हैं। महाधर्माध्यक्ष क्रिज़ोसतोमोस के अनुसार लगभग 120 गिरजाघर
प्रभावित हुए हैं जिनमें से कई गिरजाघरों को जब्त कर लिया गया तथा बेच दिया गया है। मैत्री
सम्मेलन को उन्होंने बताया कि साईप्रस के ख्रीस्तीय धार्मिक स्वतंत्रता के अभाव से भी
पीड़ित रहे हैं तथा कई बार उनपर आक्रमण भी किये गये हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने
बताया कि प्रेरित सन्त बरनाबस आदि की समाधियों एवं अन्य धार्मिक स्थलों पर श्रद्धार्पण
हेतु जानेवाले भक्तों को प्रवेश शुल्क अदा करना होता है। महाधर्माध्यक्ष क्रिज़ोसतोमुस
द्वितीय ने आरोप लगाया कि तुर्की, साईप्रस के उस भाग से, ख्रीस्तीय धर्म का सफ़ाया करना
चाहता है, जिसपर उसका नियंत्रण है। महाधर्माध्यक्ष महोदय ने कहा कि शताब्दियों से
साईप्रस में ख्रीस्तीय धर्म का अस्तित्व रहा है तथा ख्रीस्तीय धर्म ने मानवता के विकास
में महत्वपूर्ण योगदान दिया है इसलिये ख्रीस्तीय धर्म के अस्तित्व को मिटा डालने की कोशिशें
चिन्ताजनक हैं।