सीरियाई महाधर्माध्यक्ष ज्यां क्लेंमेंट जीनवर्ट द्वारा संवाद करने और शांति बहाल करने
की अपील
वाटिकन रेडियो 17 अगस्त 2012 (न्यूज.वा) सीरिया में अलेप्पो के ग्रीक मेल्काइत रीति के
काथलिक महाधर्माध्यक्ष ज्यां क्लेंमेंट जीनवर्ट ने संवाद करने और शांति बहाल करने की
अपील की है। उन्होंने कहा कि सीरिया के अनेक जिलों में गुरूवार को संघर्ष जारी रही। उत्तरी
सीरिया में जिन क्षेत्रों में संघर्ष चल रहा है ये शहरी परिधि से बाहर के क्षेत्र थे
तथा ग्रामीण परिवारों ने हाल के दशकों में रोजगार के लिए अर्द्धशहरी केन्द्र के रूप में
इसे विकसित किया। उन्होंने कहा कि जो समुदाय हमलों का लक्ष्य बनाये जा रहे हैं यह जरूरी
नहीं है कि उनकी अशद प्रशासन के प्रति सहानूभूति है, कुछ की सहानुभूति है लेकिन समस्या
यह है कि अनेक लड़ाके बाहर से आकर यहाँ शामिल हो गये हैं।
कुछ लड़ाके यहाँ इन
क्षेत्रों के हैं लेकिन बहुत लोग अलेप्पो से बाहर तथा अलेप्पो से बहुत दूर, तुर्की की
सीमा से आये हैं। महाधर्माध्यक्ष जीनवर्ट ने चिंता व्यक्त की कि फ्री सीरियन आर्मी लड़ाका
समूह के सदस्यों के अतिरिक्त लीबिया जोर्डन, मिस्र और अफगानिस्तान सहित अन्य कई देशों
से चरमपंथी आये हैं।
उन्होंने कहा कि बहुत हद तक अलेप्पो में ईसाई समुदाय अब
तक सुरक्षित है। हमारे लोगों ने हथियारों से लैस करने से स्वयं को दूर रखा है। लोगों
से कहा गया है कि वे शस्त्र अपने हाथों में नहीं लें तथा सब पक्षों के सामने स्पष्ट कर
दिया है कि इस संघर्ष में हम शामिल नहीं है।
महाधर्माध्यक्ष जीनवर्ट ने इस बात
की पुष्टि करते हुए कहा कि सीरिया में हजारों वर्षों से ईसाई और मुसलमान एक साथ जीवन
जीते रहे हैं। हम सबलोगों को स्मरण कराते हैं कि सैकड़ों वर्षों से हम मुसलमानों के साथ
जीवन जीते हुए एक दूसरे के साथ अच्छाई से पेश आते रहे हैं। लेकिन जो बाहर से आये लड़ाके
हैं वे सीरिया में ईसाईयों और मुसलमानों के मध्य मैत्रीपूर्ण इतिहास से परिचित नहीं हैं
और इसे संदेह की नजर से देखते हैं।
उन्होंने कहा कि हिंसा और हत्या की घटनाएं
हो सकती हैं लेकिन ईश्वर को धन्यवाद कि अबतक हमारे मध्य अनेक त्रासदीपूर्ण घटनाएँ नहीं
हुई हैं।