कास्तेल गंदोल्फो, इटली 4 अगस्त, 2012 ( वीआर, अंग्रेज़ी) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें
ने शुक्रवार 3 अगस्त को अपने पैत्रिक प्रांत बावेरिया के एक तीर्थयात्री दल से मुलाक़ात
की। बावेरिया के इस तीर्थयात्री दल में करीब 450 लोग शामिल थे। बावेरिया के तीर्थयात्री
दल का नेतृत्व म्युनिख के कार्डिनल रेइनहार्ड मार्क्स ने किया। तीर्थयात्री दल के लोगों
ने कास्तेल गंदोल्फो स्थित प्रेरितिक प्रासाद के प्रांगण में एक संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत
किया। इस कार्यक्रम को संत पापा के जन्म दिवस रूप में मनाया गया। संत पापा बेनेदिक्त
सोलहवें का जन्मदिन 16 अप्रैल को मनाया गया जब उन्होंने 85 वर्ष पूरा किया। इस अवसर
पर लोगों को संबोधित करते हुए संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा कि आनन्द के प्रचार
बनें, बुराई का त्याग करतें और शांति और मेल-मिलाप के सेवक बनें। उन्होंने कहा कि
बावेरियन संस्कृति आनन्द की संस्कृति है जो दिल की गहराई से दुनिया को स्वीकार करने से
उत्पन्न होती है। यह आन्तरिक खुशी इस बात को प्रकट करती है कि हमारा रिश्ता प्रकृति और
सृष्टिकर्त्ता के साथ मधुर है। उन्होंने कहा कि बावेरिया की प्रकृति को ईश्वर ने
इतना सुन्दर बनाया है कि हम आसानी ने इस बात को समझ सकते हैं कि ईश्वर भला और अच्छा है।
वह हमें प्यार करता है और चाहता है कि हम भी दूसरों को प्यार करें ऐसा करके ही हमें शांति
के संदेशवाहक बन सकते हैं।