2012-08-04 12:59:32

अमेरिका में थियोलॉजी के पढ़ाई के लिये ‘स्कॉलारशिप’


कैलीफोर्निया, अमेरिका 4 अगस्त, 2012 (कैथन्यूज़)अमेरिका के कैलिफोर्निया में अवस्थित जेस्विट स्कूल ऑफ थियोलॉजी भारत चीन और वियेतनाम के धर्मबहनों को ईशशास्त्र में उच्च श्रेणी की पढ़ाई के लिये आर्थिक मदद देगी।

उक्त बात की जानकारी देते हुए कैलिफोर्निया के स्कूल ऑफ थियोलोजी के डीन जेस्विट फादर थोमस मस्सारो ने कहा कि हेनरी लूचे फाउँडेशन ने एक ‘पाइलॉट प्रोजेक्ट’ बनाया है जिसके तहत् एशिया की धर्मबहनों के पहला बैच सन् 2013-14 ईशशास्त्र की पढ़ाई के लिये अमेरिका जायेगा।

डीन का मानना है कि धर्मबहनों के ईशशास्त्र की पढ़ाई से एशियाई देशों में सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन के प्रयास को बल मिलेगा।

फादर थोमस के अनुसार पहले दल में तीन धर्मबहनें पढ़ने जायेंगी जो सन् 2013 -14 के स्कूली सत्र में अपना अध्ययन आरंभ करेंगी।

उन्होंने कहा कि फाउंडेशन इस प्रयास में है कि वह एक साथ 6 धर्मबहनों की पढ़ाई-लिखाई के खर्च का वहन करे। इसके लिये फंड जमा करने का काम शुरु कर दिया गया है।

उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी कि ईशशास्त्र प्रोफेसरों का एक प्रतिनिधि मंडल जनवरी में एशियाई देशों का दौरा करेगा और संभवित धर्मबहनों का चुनाव करेगा जो ईशशास्त्र की पढ़ाई करेंगे। विभिन्न देशों से धर्मबहनों का चुनाव किया जायेगा जो ‘मास्टर ऑफ डिवीनिटी’ या बै’चलर ऑफ सेक्रेड थियोलॉजी’ की डिग्री प्राप्त कर पायेंगे।

संभवित धर्मबहनों का चयन होने के बाद एक समिति योग्यता के आधार पर उन धर्मबहनों का चयन करेगी जो छात्रवृति के साथ कैलिफोर्निया के स्कूल ऑफ थियोलॉजी की पढ़ाई पूरी कर पायेंगे।

फादर डीन ने कहा कि आर्थिक योगदान के तहत् धर्मबहनें पढ़ाई के खर्च के अलावा आवास, आवागमन और अन्य खर्च शामिल हैं।














All the contents on this site are copyrighted ©.