भारतीय धर्माध्यक्षों द्वारा असम में शांति बहाल करने का आह्वान
नई दिल्ली 26 जुलाई 2012 (सेदोक) भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के महासचिव महाधर्माध्यक्ष
अल्बर्ट डिसूजा ने 26 जुलाई को एक वक्तव्य जारी कर असम में शांति बहाल करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि असम के तराई प्रदेशों में विशेष रूप से कोकराझार, चिरांग, धुबरी और बोंगाईगाँव
जिलों में हो रही हिंसक झड़पों से भारत के धर्माध्यक्षों को बहुत गहरा दुःख है। वे संघर्ष
में लिप्त समुदायों से प्यार और भाईचारे की भावना में जीवन जीने के तरीकों और उपायों
की खोज करने का आग्रह करते हैं। यह बहुत दुःख की बात है कि असम के तीन जिलों में जातीय
हिंसा के कारण 40 से अधिक लोगों के प्राण चले गये हैं। महाधर्माध्यक्ष डिसूजा ने
कहा कि मानवतावादी संकट और निरर्थक हिंसा के कारण असंख्य लोगों का जीवन अस्त वयस्त हो
गया है। मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना तथा सांत्वना व्यक्त करते हुए
उन सबलोगों के प्रति अपनी सह्दयता व्यक्त करते हैं जो इन संघर्षों के कारण विस्थापित
हो गये हैँ और कष्टों का सामना कर रहे हैं। काथलिक चर्च, बोंगाईगाँव धर्मप्रांत के
साथ ही समान विचार धारावाले गैर-सरकारी संगठनों और राज्य प्रशासन के साथ मिलकर काम करने
की संभावनाओं को तलाश रही है ताकि शांति बहाल करने और हालात सामान्य बनाने के लिए मदद
की जा सके।