प्रेरक मोतीः सन्त जोआखिम एवं सन्त अन्ना (पहली शताब्दी)
वाटिकन सिटी, 26 जुलाई सन् 2012:
सन्त जोआखिम एवं सन्त अन्ना धन्य कुँवारी मरियम
के माता पिता होने के लिये चुने गये थे। अपोक्रिफ़ा के अनुसार जोआखिम एवं अन्ना दोनों
को स्वर्गदूत ने दर्शन देकर बताया था कि उन्हें प्रभु की माता के अभिभावक एवं माता पिता
बनने का सौभाग्य मिलनेवाला था। वस्तुतः, माता अन्ना ने ही ईश्वर के नियमों का पालन करते
हुए मरियम का लालन पालन किया था तथा उनमें पवित्रता के बीज आरोपित किये थे। इसीलिये,
सन्त अन्ना विश्व की सभी ख्रीस्तीय माताओं की आदर्श हैं। सन्त अन्ना का अनुसरण कर विश्व
समस्त माताएं अपनी सन्तानों की शिक्षा-दीक्षा एवं विकास हेतु मार्गदर्शन प्राप्त कर सकती
हैं। इसी प्रकार सन्त जोआखिम समस्त पिताओं के आदर्श हैं। पिता अपने परिवारों का संचालन
कैसे करें? अपनी पत्नी और बच्चों की देख रेख किस प्रकार करें यह सन्त जोआखिम से सीखा
जा सकता है। बाईबिल आचार्यों का मानना है कि जोआखिम दाऊद के वंश के थे और उन्हीं से मरियम
को और बाद में मरियम के द्वारा येसु को दाऊद वंश में सदस्यता मिली जिससे मसीह विषयक कई
भविष्यवाणियाँ पूरी हुईं। माताओं की आदर्श एवं गर्भवती महिलाओं की संरक्षिका, सन्त अन्ना
तथा परिवार शीर्ष के आदर्श, सन्त जोआखिम का पर्व, 26 जुलाई को मनाया जाता है।
चिन्तनः उपभोक्तावाद एवं भौतिकतावाद के नकारात्मक प्रभावों से घिरे रहने के अतिरिक्त
तेज़ी से आगे बढ़ते तकनीकी जगत में पारिवारिक मूल्य धुँधले पड़ने लगे हैं ऐसी स्थिति
में सन्त अन्ना एवं सन्त जोआखिम हमारे मार्गदर्शक बनें।